गंधेश्वर महादेव मंदिर

By: Sep 21st, 2019 12:18 am

देश के कोने-कोने में महादेव का वास है और उनके प्रसिद्ध मंदिरों में सालभर भक्तों का तांता लगा रहता है। बहुत कम लोग जानते हैं कि भगवान शिव के बहुत सारे मंदिर ऐसे भी हैं जिनकी खोज पुरातत्व विभाग के लोगों ने की है। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में ऐसा ही एक शिव मंदिर है, जिसे गंधेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है। इतिहास के जानकारों की माने, तो गंधेश्वर मंदिर में मौजूद शिविलंग लगभग 2 हजार साल पुराना है और इसकी सबसे खास बात ये है कि शिवलिंग से तुलसी के पत्तों सी खुशबू आती है। वहीं एक तथ्य ये भी है कि गंधेश्वर शिवलिंग द्वादश ज्योतिर्लिंगों वाले पत्थर से बना हुआ है। पुरातत्व विशेषज्ञ मानते हैं कि यहां एक समय विशाल मंदिर हुआ करता था, जिसका निर्माण पहली शताब्दी के शुरू में सरभपुरिया राजाओं द्वारा किया गया था। 12वीं सदी में आए विनाशकारी भूकंप और बाद में चित्रोत्पला महानदी की बाढ़ में यह विशाल मंदिर तबाह हो गया। इतनी तबाही के बाद भी यह शिवलिंग सुरक्षित बच गया था। इस स्थान पर पुरातत्व विभाग पिछले कई सालों से खुदाई करा रहा है। यहां अब तक कई छोटे-बड़े शिवलिंग निकल चुके हैं। पुरातत्व विशेषज्ञ कहते हैं कि यहां की जमीन के नीचे एक पूरी सभ्यता का इतिहास दफन है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App