गलियों-सड़कों की मरम्मत के बाद नहीं दी जाएगी एनओसी

ऊहल पेयजल योजना से कनेक्शन को करें अप्लाई

मंडी –मंडी शहर को ऊहल नदी से पानी देने की योजना का कार्य पूरा कर लिया गया है। साथ ही सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने लोगों को नई पेयजल योजना से कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। यहां बता दें कि नई पेयजल योजना की पाइपें बिछाने के लिए शहर की गलियों के रास्ते उखाड़े गए थे। इसके बाद कुछ में तो नई टाइलें लगा दी गईं, लेकिन कई रास्तों की मरम्मत अभी होना बाकी है। इसलिए नगर परिषद मंडी की ओर से दोटूक कहा गया है कि गलियों की मरम्मत से पहले और नई टाइलें बिछने से पहले पेयजल कनेक्शन के लिए अप्लाई कर दें। एक बार काम होने के बाद जहां भी टाइलें उखाड़ कर कनेक्शन देने का मामला आएगा, तो ऐसे आवेदकों को अनापत्ति पत्र यानी नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी नहीं किया जाएगा। गौरतलब हो कि मंडी पेयजल योजना का कार्य सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य  विभाग द्वारा पूरा किया जा चुका है तथा विभाग द्वारा नई पेयजल योजना लाइनों से लोगों को कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बाबत नगर परिषद मंडी ने शहरवासियों से आग्रह किया है कि नई पेयजल योजना से कनेक्शन लेना सुनिश्चित कर दें। नगर परिषद मंडी के कार्यकारी अधिकारी बीआर नेगी ने कहा कि अब जल्द ही सारे शहर में पेयजल योजना के कारण उखाड़ी गई सड़कों व गलियों की मरम्मत नगर परिषद द्वारा करवाई जानी है। इस दृष्टि से लोग जल्द नई पेयजल योजना लाइन से कनेक्शन लेना सुनिश्चित कर दें। एक बार सड़क, गली की मरम्मत हो  गई तथा नई टाइलें बिछ गईं तो पेयजल कनेक्शन हेतु  नगर परिषद द्वारा किसी भी व्यक्ति को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा तथा वे पेयजल सुविधा से भी वंचित रह सकते हैं, क्योंकि पुरानी पाइपों को विभाग द्वारा हटा दिया जाएगा।