गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स 186 और निफ्टी 81 अंक टूटा

आर्थिक सुस्ती को दूर करने के मकसद से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा निर्यातकों और रीयल एस्टेट क्षेत्र के लिए 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के उपायों की घोषणा पर सऊदी अरब में ऑइल प्लांट पर हमला भारी पड़ा। क्रूड ऑइल में उछाल की वजह से आर्थिक चुनौतियां बढ़ने की आशंका गहराने से सोमवार को शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 186.29 अंकों की गिरावट के साथ 37,198.70 पर खुला तो नैशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 81.05 अंक लुढ़क 10,994.85 पर कारोबार की शुरुआत की।अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव कम होने के संकेत से पिछले सप्ताह सेंसेक्स में 403.22 अंक यानी 1.09 प्रतिशत की तेजी आई। शुक्रवार को सेंसेक्स 280.71 अंक की बढ़त के साथ 37,384.99 अंक पर बंद हुआ था।आज सुबह 10 बजे सेंसेक्स 208 अंक लुढ़कर 37176.64 पर कारोबार कर रहा था तो निफ्टी 66 अंक नीचे 11,009.90 पर कारोबार कर रहा था। इस दौरान सेंसेक्स पर ओएनजीसी, टीसीएस, हिंदुस्तान यूनिलिवर, सन फार्मा, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, एसीएल टेक और इन्फोसिस के अलावा सभी शेयर लाल निशान में थे। निफ्टी पर इंडियाबुल्स हाउजिंग फाइनैंस, ओएनजीसी, गेल, डॉक्टर रेड्डी, टीसीएस के शेयर टॉप गेनर्स थे तो बीपीसीएल, आईओसी, एशियन पेंट, रिलायंस, यूपीएल के शेयर टॉप लूजर्स में थे।आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिये सरकार के पिछले सप्ताह प्रोत्साहन उपायों की घोषणा का बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को निर्यातकों और रीयल एस्टेट क्षेत्र के लिये 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के उपायों की घोषणा की। इस बीच सऊदी अरब के दो बड़े तेल संयंत्रों पर यमन के विद्रोहियों के ड्रोन हमले के बाद पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ गया। इस हमले से सऊदी अरब का आधे से अधिक उत्पादन प्रभावित हुआ है और इससे वैश्विक बाजार में तेल के दाम पर असर पड़ेगा।कच्चे तेल के दाम में वृद्धि का असर भारत जैसे तेल आयात देशों की राजकोषीय स्थिति पर पड़ेगा। ब्रेंट क्रूड का भाव 60 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर चल रहा है। इसके अलावा निवेशकों की नजर थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े पर भी होगी।