चौथे दिन भी नहीं लगा सैनिक का सुराग

शिलाई –देश के पूर्वी राज्य अरूणाचल प्रदेश में ट्रेनिंग के दौरान पुल से पांव फिसलने के चलते नदी में गिरा सिरमौर के शिलाई क्षेत्र के सैनिक भरत सिंह का चौथे दिन भी पता नहीं चल पाया है। भारतीय सेना के करीब 50 जवान, दो हेलिकॉप्टर, एनडीआरएफ की टीम व गोताखोर बीते चार दिनों से लगातार नदी में बहे लापता सैनिक की तलाश कर रहे हैं, परंतु चौथे दिन शनिवार को भी शिलाई क्षेत्र के लापता सैनिक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। भारतीय सेना द्वारा मेनुवल व हेलिकॉप्टर द्वारा सर्च आपरेशन जारी है। परिजनों की चिंताएं बढ़ने लगी हैं। जिला सिरमौर के दूरदराज शिलाई क्षेत्र के गांव शखोली के भारतीय सेना में तैनात सैनिक का प्रशिक्षण के दौरान चार दिन पूर्व पुल पर से पैर फिसलने से नदी में गिर जाने के बाद कोई सुराग नहीं लग पाया है। शुक्रवार को मौसम में थोड़ा सुधार होने के चलते सेना के हेलिकॉप्टर से लापता जवान भरत सिंह की तलाश की गई, लेकिन आर्मी को सफलता नहीं मिली। गौर हो कि वर्ष 14 दिसंबर, 2017 को भरत सिंह उर्फ राजेश सेना के 21 डोगरा रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। उनके पिता कुंदन सिंह पीडब्ल्यूडी आफिस पांवटा साहिब में कार्यरत हैं। भरत सिंह के पिता कुंदन सिंह, यशपाल, कृपा राम, इंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने शनिवार को आर्मी कमांड के वेस कैंप में फोन किया था तो सेना के जेसीओ ने बताया कि शनिवार को गोताखोरों के अलावा सेना के हेलिकॉप्टर से भरत सिंह की तलाश की गई, लेकिन अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। सेना का सर्च आपरेशन जारी है। भरत के पिता कुंदन सिंह, माता मूरतो देवी, भाई  यशपाल, कृपा राम, इंद्र सिंह, ताऊ गुलाब सिंह और बहन संगीता का रो-रो कर बुरा हाल है। चार दिनों से परिजन और ग्रामीण कुल देवता से बेटे की सलामती की दुआ कर रहे हैं। भरत सिंह के नदी में गिरने की खबर से न केवल शंखोली, बल्कि पूरा  शिलाई क्षेत्र गमगीन है। भरत सिंह के घर में ग्रामीण और रिश्तेदार सब मिलकर कुल देवता से भरत सिंह की सलामती की दुआ कर रहे हैं। लगातार घर में परिवार को सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। लोग देवता से भरत सिंह की कुशलता की दुआ मांग रहे हैं कि शुभ समाचार मिले।