जाहू मेला 27 से, बंदोबस्त फीके

भोरंज –उपमंडल के जाहू में सात दिवसीय मेला 27 सितंबर से सजेगा। मेला परिसर में हिमाचल प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों के दुकानदारांे का आना शुरू हो गया है, जबकि स्थानीय पंचायत ने मेले के आयोजन के लिए कोई बंदोबस्त नहीं किया है। मेले के आयोजन से पंचायत ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। तीन जिलों हमीरपुर, बिलासपुर व मंडी के संगम स्थल और भोरंज उपमंडल के तहत आने वाली जाहू पंचायत में साल में दो बार मेले का आयोजन किया जाता है। पहले यहां पर नलवाड़ मेला होता था, लेकिन लोगों की मांग व बढ़ती लावारिस पशुओं की समस्या के कारण नलवाड़ मेले को बंद कर दिया गया है और इस स्थान पर लोगों का ही मेला हो रहा है। पिछले चार सालों से यहां पर लोगों का ही मेला लग रहा है। मेले के इतिहास के अनुसार मेला नौ  से शुरू होता है। पहले पंचायत मेले के लिए बिजली, पानी की सुविधा के लिए मेला कमेटी का गठन करती थी, लेकिन इस बार पंचायत प्रतिनिधियों ने ऐसा कुछ नहीं किया है। 27 से 30 सितंबर तक लगने वाले जाहू मेले में दुकानदारों ने आना शुरू कर दिया है और मेला परिसर में अपनी दुकानें सजा ली हंै। लदरौर सायर मेले में आए दुकानदार जाहू मेले में भी रोजमर् की वस्तुएं लेकर पहुंच रहे हैं। मेले में जलेबी, चने, रेडीमेड कपड़ों, जूतों, मनियारी की दुकानें लग गई हैं। जाहू पंचायत प्रधान राजू का कहना है कि जाहू में पहले नलवाड़ मेला लगता था, लेकिन पूर्व पंचायत ने ग्रामीणों व किसानों की मांग पर नलवाड़ मेले को बंद कर दिया है।