डेढ़ साल बाद मिला भेड़पालक का शव

बड़ाभंगाल की मुराला धार में बर्फ में दफन था कमर से नीचे का हिस्सा, दो बार गई टीम लौटी थी खाली हाथ

बरोट –बड़ाभंगाल के मुराला जोत मंे गत साल लापता भेड़ पालक राकेश कुमार का शव बरामद हो गया है। शव का कमर के ऊपर का हिस्सा गायब है। शव मिलने की सूचना मिलते ही 15 सदस्यीय दल मुराला धार के लिए रवाना हो गया है। बता दें कि राकेश कुमार पुत्र सिधु राम गांव गरलोग पद्धर पिछले साल अपनी भेड़-बकरियों के साथ भारी बर्फ में दब गया था। एक साल में कई बार सरकार, प्रशासन व परिजनों ने उसे ढूंढा, लेकिन उसका कोई भी सुराग नहीं मिला। सर्च आपरेशन में एनडीआरएफ  की टीम तक ने हिस्सा लिया था। 14 सितंबर शाम को बड़ा भंगाल से लौटते हुए भेड़ पालक ज्ञान चंद पुत्र शेर सिंह गांव छेरना ने राकेश कुमार का आधा शरीर बर्फ  के बाहर मुराला जोत में देखा। भेड़ पालक ज्ञान चंद, परम चंद, सरन ने बताया कि हम घोड़ों के साथ मुराला धार जोत पार कर रहे थे कि वहीं पर राकेश का आधा शरीर बर्फ  मंे दबा था, जिसको चील खा रही थी। राकेश का एक बूट पैर में था। दूसरा बूट  दस फुट दूर पड़ा था, जबकि उसका पेट से ऊपर का हिस्सा नहीं बचा था। रविवार देर शाम को मृतक के भाई मिल्खी राम, गुलाब सिंह, खुशहाल ने मुल्थान चौकी में राकेश का शव मिलने की रिपोर्ट दर्ज की। इसके बाद 15 लोगों की टीम शव लाने के लिए रविवार को देर शाम मुराला जोत के लिए रवाना हो गई। डीएसपी प्रताप चंद ने शव मिलने की पुष्टि की है।