डोम से पीछे हटने लगे कारोबारी

कुल्लू दशहरा पर्व को लेकर टेंडर प्रक्रिया बेकार, एक भी व्यापारी नहीं आया आगे

कुल्लू –यह पहला मौका है कि जब दशहरे में डोम को लेकर जिला कुल्लू सहित प्रदेश के किसी भी व्यापारी ने कोई खास रुचि नहीं दिखाई है। इस बार दशहरे में लगने वाले चार डोम को लेकर किसी भी व्यापारी ने टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं लिया है। जिस के चलते प्रशासन को अब फिर से रिटेडरिंग करवाने पड़ रहे हैं, ताकि प्रदेश के बाहर से अगर किसी की रुचि दशहरे में डोम लगाने को लेकर हो तो वह आ सके। वहीं, डोम को लेकर इस बार एक भी व्यापारी के आगे न आने पर प्रशासन भी सोच में है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ है, लेकिन प्रशासन ने भी दूसरी और डोम न लगने पर इसका तोड़ भी निकाला है। बताया जा रहा है कि सरकारी एंजेंसी के माध्यम से भी यहां प्रदर्शनी लग सकती है, जिसकी व्यवस्था प्रशासन कर रहा है। लेकिन इस बार डोम लगने के चलते मीना बाजार सहित अन्य दुकानदारों को जरूर फायदा होगा। क्योंकि डोम के लगने के चलते यहां अधिकतर दुकानें डोम के अंदर ही सजती थी। वहीं, बाहरी राज्यों के व्यापारी भी अधिक दामों में डोम में दुकानों को लेते थे। जहां पर कई बार कमाई न होने पर व्यापारी अपना डोम का भी किराया नहीं निकाल पाता था। ऐसे में इस बार मीना बाजार सहित अन्य मैदानों में लगने वाली दुकानों को जरूर अधिक लाभ मिल सकता है। लोग भी यहां पहले जैसे खरीदारी करने का आनंद ले सकेंगे। जब दशहरे में कई साल पहले डोम नहीं लगते थे, तो लोग मीना बाजार में लगने वाली दुकानों से काफी अधिक खरीदारी किया करते थे। ऐसे में लंबे समय के बाद यहां डोम न लगने का फायदा जरूर छोटे व्यापारी को मिल सकता है। दूसरी और प्रशासन ने सरकारी एंजेसी को लेकर भी डोम लगाने की प्रक्रिया तेज कर दी है, ताकि अगर कोई भी व्यापारी डोम लगाने को लेकर रुचि नहीं ले रहा है, तो सरकारी एंजेसी के माध्यम से डोम लगाया जा सके। इसी के चलते अब रिटेडरिंग डोम को लेकर करवाई जा रही है।

पिछले साल एक करोड़ 80 लाख रुपए लगी थी बोली

 दशहरे में प्रशासन प्लांट आबंटन के माध्यम से करोड़ों रुपए एकत्रित करता है। जहां पर सबसे अधिक कमाऊ पूत प्लांट डोम व रैग्ज मार्केट रहती है। पिछले साल दशहरे में लगने वाले चार डोम की बोली करीब एक करोड़ 80 लाख रुपए लगी थी। वहीं, इस बार डोम के लिए कोई भी बड़ा व्यापारी आगे नहीं आया है। डोम लगाने वाली कंपनियों के प्रबंधकों ने रुचि डोम के अधिक दाम होने के चलते नहीं दिखाई है। वहीं, अब प्रशासन अपने स्तर पर डोम लगाने को लेकर कार्य में जुट गया है।