दूध की मिलावट रोकने की तैयारी

By: Sep 15th, 2019 12:02 am

पंजाब में फूड-ड्रग एडमिनस्ट्रेशन दुग्ध गुणवत्ता के लिए लेगा मिल्कफैड के कर्मचारियों से सहयोग

चंडीगढ़  – फूड सेफ्टी कमिशनरेट ने दूध और दूध उत्पादों में हो रही मिलावट को रोकने के लिए मिल्कफैड के कर्मचारियों का सहयोग लेने का फैसला लिया है। यह जानकारी फूड एंड ड्रग एडमिनस्ट्रेशन कमिशनर केएस पन्नू ने दी। उन्होंने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब मिशन के अंतर्गत, राज्य सरकार लोगों को मानक दूध और दूध उत्पाद मुहैया करवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही। इस एजंडे की तरफ  आगे बढ़ते हुए दूध और दूध उत्पादों में हो रही मिलावट न रोकने के लिए पंजाब दूध उत्पादक फेडरेशन और को-ऑपरेटिव सोसायटी (मिल्कफैड) का सहयोग लेने का फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि मिल्कफैड द्वारा राज्य में दूध और दूध से बने उत्पाद इसके नौ मिल्क प्लांटों और गांव स्तरीय 6500 दूध सहकारी सभाओं के बड़े नैटवर्क के द्वारा बनाए और बेचे जाते हैं। पन्नू ने बताया कि यह बहुत मंदभागी बात है कि राज्य में प्रति दिन तकरीबन 325 लाख लीटर दूध का उत्पादन, जोकि देश में प्रति व्यक्ति सबसे अधिक है, होने के बावजूद कुछ व्यक्तियों द्वारा पानी, वनस्पति तेल और अन्य ऐसे पदार्थ मिला कर दूध में मिलावट की जाती है। ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए मिल्कफैड को किसी भी तरह की मिलावट संबंधी रिपोर्ट देने के लिए अपने स्टाफ को निर्देश देने और ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ जिला फूड सेफ्टी अधिकारियों के साथ सांझे ऑपरेशन के जरिए सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही मिल्कफैड में राज्य स्तरीय सेल स्थापित करने का सुझाव भी दिया गया है जिससे सभी जिलों से जानकारी लेकर हैडक्वाटर स्तर से मिलावट करने वाले ऐसे लोगों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई अमल में लाई जा सके।  उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी त्योहारों के सीजन के मद्देनजर, यह प्रयास दूध और दूध से बने उत्पादों में होती मिलावट को रोकने के लिए और ज्यादा सहायक सिद्ध होगा।


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