दूसरी बार किडनी ट्रांसप्लांट की तैयारी

आईजीएमसी प्रशासन ने कस ली कमर; एम्स के चिकित्सकाें से किया संपर्क, दो मरीजाें का टेस्ट शुरू

शिमला -आईजीएमसी मंे इस माह फिर से किडनी ट्रांसप्लांट होने वाला है, जिसके लिए आईजीएमसी प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर ली हंै। जानकारी के मुताबिक एम्स के डाक्टर्स से संपर्क किया जा चुका है, जिसमंे दो मरीज़ांे का टेस्ट शुरू किया जा चुका है। गौर हो कि आईजीएमसी मंे पिछले माह दो किडनी प्रभावितांे का सफल आपरेशन किया जा चुका है, जो सफल भी हुआ है। अब दोबारा से दो अन्य मरीज़ांे के आपरेशन किए जा रहे हैं। अब प्रदेश मंे यह सपना सच होने लगा है कि किडनी प्रभावितांे को भी जीवनदान मिलने लगा है। गौर हो कि वर्ष 2018-19 के बजट भाषण मंे प्रदेश सरकार ने गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए चार करोड़ का बजट प्रस्तावित किया था लेकिन अब जाकर यह योजना सफल हो पाई है। अभी तक की किडनी प्रभावितांे की तस्वीर पर गौर करें तो हर वर्ष प्रदेश मंे किडनी प्रभावित के  दो हजा़र मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं, जिसमंे खासतौर पर 60 फीसदी मरीज़ांे को किडनी ट्रांसप्लांट की हिदायत दी जाती है, लेकिन यह सुविधा पहले शिमला मंे नहीं थी, जो अब शिमला मंे शुरू हो गई है। पीजीआई चंडीगढ़ में जाने-आने व रहने में करीब 70 हजार तक मरीजों को खर्चा करना पड़ता है। इसके अलावा यदि मरीज को डोनर मिल जाए तो भी पीजीआई में भारी भीड़ होने के कारण लंबे समय तक मरीजों को रहना पड़ता है। ऐसे मंंे मरीजों को डायलिसिस पर रखना पड़ता है। इसमें भी उनका लाखों रुपए खर्च हो रहा था।

अस्पताल में स्क्रब टायफस के नौ मामले

आईजीएमसी मंे सोमवार को नौ स्क्रब टायफस पॉज़िटिव आए हैं। अस्पताल मंे 12 लोगांे के मामले जांच के लिए लैब भेजे गए थे, जिसमंे अब नौ पॉज़िटिव आए हैं। अभी सभी प्रभावितांे की हालत स्थिर बताई जा रही है।