नादौन में मांगें मनवाने को गरजी सीटू

By: Sep 21st, 2019 12:30 am

नादौन -अपनी मांगों के समर्थन में सीटू ने नादौन शहर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान शहर भर में एक रैली निकाली गई तथा एसडीएम डीआर धीमान के माध्यम से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया। सीटू के जिला अध्यक्ष प्रताप राणा, सचिव जोगेंद्र कुमार तथा डीवाईएफआई के जिलाध्यक्ष अजय शर्मा, सीटू की खंड अध्यक्ष मीना व सचिव अनुपम की अगवाई में खंड विकास कार्यालय के समक्ष धरना भी दिया गया। अजय शर्मा व अन्य नेताओं ने कहा कि देश भर में सीटू के आह्वान पर शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन किया गया। कंेद्र सरकार द्वारा श्रम कानूनों में प्रस्तावित परिवर्तन से मजदूर वर्ग का शोषण बढ़ेगा और यह उनको मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पर हमला है। सीटू ने श्रम कानूनों में बदलाव न कर इन्हें तुरंत वापस लेने तथा श्रमिक बोर्ड को भंग न करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि नीति आयोग के निर्णयानुसार प्रदेश श्रमिक बोर्ड में जमा 400 करोड़ रुपए प्रधानमंत्री कोष को न दिया जाएं। भवन एवं अन्य सड़क निर्माण कामगार कानून को व्यावसायिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य संहिता में समाहित करने का निर्णय वापस लिया जाए। उन्होंने मनरेगा के बजट में प्रस्तावित चार हजार करोड़ रुपए की कटौती को वापस लेने, इसमें ठेका प्रथा को बंद करने तथा इस बजट में ओर बढ़ोतरी करने की मांग करते हुए मनरेगा मजदूरों को सौ दिन का काम देने को कहा।  उन्होंने न्यूनतम मासिक वेतन 18 हजार रुपए करने तथा श्रमिक कल्याण बोर्ड के माध्यम से मजदूरों को तीन हजार रुपए मासिक पेंशन देने की मांग की है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सभी मजदूरों के कार्ड बनाने तथा भवन निर्माण सामग्री पर लगाए गए जीएसटी को तुरंत वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सामग्री पर जीएसटी लगने से निर्माण कार्य महंगे होने के कारण मजदूरों के रोजगार पर प्रभाव पड़ा है। सीटू नेताओं ने कहा कि प्रदेश में श्रमिक कल्याण बोर्ड द्वारा दी जा रही वाशिंग मशीनों को बंद कर दिया है, जिस कारण कई लाभार्थियों को यह लाभ नहीं मिला है। उन्होंने लाभार्थियों को यह वाशिंग मशीनें देने की मांग की है। सीटू ने मजदूरों के हित के लिए इन मांगों को शीघ्र पूर्ण करने की मांग की है।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App