पति की मौत की मांगी निष्पक्ष जांच

पत्नी ने लगाए आरोप, चेहरे और शरीर पर थे चोटों के निशान

हमीरपुर -उपमंडल नादौन के तहत बस अड्डा नादौन में 27 जून 2019 को एक व्यक्ति की हुई मौत पर परिजनों ने सवाल खड़े किए हैं। मृतक की पत्नी का कहना है कि उसके पति की मौत को प्रकृतिक बताया गया है, हालांकि ऐसा नहीं है। जब उन्होंने अपने पति का शव देखा तो शरीर पर चोटों के निशान मिले थे। इससे जाहिर हो रहा है कि मौत से पहले उनकी किसी के साथ लड़ाई हुई है। इस वजह से ही उसके पति की मौत हुई। महिला ने इस संदर्भ में एक बार फिर उपायुक्त हमीरपुर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। उषा देवी पत्नी स्व. मिंटू कुमार निवासी कुडाना डा. जंगलबैरी ने पति की मौत प्राकृतिक ढंग से न होकर किसी अन्य कारण से होने की आशंका जाहिर की है। उसने उपायुक्त को इस बारे अगस्त माह में भी ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन पर उचित कार्रवाई न होता देख सोमवार को भी मृतक के परिजन उपायुक्त हमीरपुर से मिले तथा मामले में निष्पक्ष जांच का आग्रह किया गया। इस पर उपायुक्त से उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उषा देवी ने बताया कि उसका पति 22 जून, 2019 को चंडीगढ़ से अपने घर आ रहा था। शाम लगभग पांच बजे वह नादौन बस स्टैंड पर बस से उतरने के बाद गिर पड़े। इस कारण उनके सिर पर चोट लगने के कारण अस्वस्थ हो गए। फिर वहां से कुछ लोगों ने उन्हें उठाया तथा थोड़ी दूरी पर एक डाक्टर के पास ले गए। वहां कुछ देर के बाद वह बेहोश हो गए। इसके बाद उन्हें नादौन अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्हें डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस बारे शाम के समय परिजनों को सूचित किया गया। जब नादौन अस्पताल पहुंचे तो देखा की शव के शरीर पर चोटों के निशान पड़े हुए थे। मुंह व सिर पर चोटें लगी हुई थीं। इस बारे संबंधित पुलिस कर्मचारी को अवगत करवाया गया, लेकिन पुलिस की कोई प्रतिक्रिया नहीं थी। महिला ने उपायुक्त को सौंपे ज्ञापन में बताया कि उसके दो बच्चे हैं। एक आठ वर्ष है कि जबकि बेटी छह साल की है। महिला का कोई भी सहारा नहीं है। महिला ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उपायुक्त से की है।