प्रदेश किक्रेट संघ ने पूरे किए 35 साल

शिमला-हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ ने अपनी क्रिकेट यात्रा के आज 35 वर्ष पर पूर्ण किए। प्रदेश की सभी जिला ईकाईयों ने जिला मुख्यालयों पर संघ के 35वें पर्व को हर्षोल्लास से मनाया। शिमला के स्थानीय मैदान में खिलाडि़यों संघ मिठाई वितरित कर सभी उपस्थित प्रशासकों और खिलाडि़यों को बधाई दी। यह बात  जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर व प्रदेश संयुक्त सचिव अमिताभ ने कही। उन्होंने बताया कि 1984 में क्रिकेट संघ को बीसीसीआई ने मान्यता प्रदान कर पूर्णकालिक सदस्य बनाया था। हिमाचल क्रिकेट के उत्थान में प्रथम अध्यक्ष पृथीपाल सिंह से लेकर वर्तमान अध्यक्ष से पहले तक के सभी क्रिकेट प्रशासकों ने इस खेल के विकास में अहम योगदान दिया है। उन्होंने  बताया कि सन 2000 में अनुराग ठाकुर के अध्यक्ष बनने के पश्चात हिमाचल क्रिकेट ने क्रिकेट के सभी आयामों में ऊंचाइयों को छुआ है। खेल खिलाडि़यों के साथ साथ आधारभूत ढांचे में भी भारी इजाफा हुआ है। अनुराग ठाकुर के कार्यकाल में धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण होने के साथ-साथ आज प्रदेश में ऊना, संतोषगढ़ और पेखुवेला, बिलासपुर का लुहनु नादौन का अमतर शिमला का प्रगतिनगर व लालपानी में अकादमी  ऐसे 7 क्रिकेट मैदान तैयार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि अनुराग ठाकुर के अध्यक्षयी कार्यकाल के दौरान ऋषि धवन और सुषमा वर्मा ने हिमाचल के नाम को भारतीय टीम का हिस्सा बन कर बढ़ाया है। इसके अलावा आईपीएल में भी प्रदेश के दर्जन भर खिलाडि़यों को उचित अवसर मिले हैं। उन्होंने बताया कि धर्मशाला के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदान में अभी तक दो दर्जन के करीब मैचों के सफल आयोजन का श्रेय भी अनुराग ठाकुर के नेतृत्व को जाता है। आज हिमाचल क्रिकेट ने जो ऊंचाइयां प्राप्त की हैं उसमें अनुराग ठाकुर का अमूल्य योगदान रहा है और हिमाचल क्रिकेट उनका समय-समय पर मार्गदर्शन लेता रहेगा। उन्होंने  नवनिर्वाचित एचपीसीए कार्यकारणी को बधाई दी है और अरुण धूमल के नेतृत्व में हिमाचल क्रिकेट आगे बढ़ेगा और अनुराग ठाकुर के सपनों को साकार करने में मुख्य भूमिका निभाएगा।