बद्दी-शीतलपुर रोड पर ट्रकों की अवैध पार्किंग बनी सिरदर्द

बद्दी – बद्दी-शीतलपुर रोड पर ट्रकों की अवैध पार्किंग स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। यहां पर सड़क के दोनों ओर बद्दी से लेकर शीतलपुर तक ट्रकों की भरमार रहती है और 60 फुट की चौड़ी सड़क मात्र 16 फुट रह गई है। इसी कारण से यहां पर पैदल चलने वाले राहगीरों व बाइक सवारों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है। बीते रोज भी इस व्यस्त मार्ग पर एक बाइक सवार सड़क तंग होने के कारण हादसे का शिकार हो गया,जिसमें उसको अपनी टांग गंवानी पड़ी। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने बद्दी बरोटीवाला ने सार्वजनिक स्थानों, खेल मैदानों व सड़कों पर ट्रकों की पार्किंग पर प्रतिबंध लगा रखा है। बद्दी-शीतलपुर मार्ग पर अवैध पार्किंग को लेकर शीतलपुर, कल्याणपुर, लंडेवाल आदि के गांवों के लोगों ने कई बार पुलिस प्रशासन के समक्ष उठाया था कि किसी न किसी दिन कोई हादसा हो जाएगा आप इस पर एक्शन लें लेकिन तब किसी ने नहीं सुनी। कोर्ट के आर्डर की भी पुलिस प्रशासन ने  अवमानना कर दी जिसका परिणाम इस हादसे के रुप में हुआ। स्थानीय निवासी नरेश कुमार ठाकुर, यशपाल सिंह, राजकुमार, माया देवी, शीला देवी, अंजना भारद्वाज, देवीराम, चंदन सिंह ठाकुर, भारत भूषण आदि ने कहा कि जब कोर्ट ने सड़कों के किनारे ट्रक खड़ा कराने पर प्रतिबंध लगा रखा है तो उसकी पालना क्यों नहीं हुई। अगर पालना होती तो एक युवा को अपनी टांग न गंवानी पड़ती। इस विषय में एएसपी नरेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों व सड़कों से ट्रकों को हटाने के निर्देश दे दिए हैं।  सभी ट्रक मालिकों व संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने ट्रक प्रशासन द्वारा निर्धारित ट्रक पार्किंगों में ही पार्क करें या फिर संबंधित ट्रांसपोर्ट यूनियनों द्वारा खरीदी या लीज पर ली गई जमीनों पर भी ट्रक खड़े हो सकते है अन्य स्थानों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

करोड़ों से बनी दो पार्किंग रहती हैं खाली

ऐसा नहीं है कि बद्दी शहर में पार्किंग की कमी है। बीबीएनडीए ने लगभग दो करोड़ रुपए की लागत से सनसिटी मार्ग पर दो ट्रक पार्किंग तैयार की थी। एक का शुभारंभ साबका उद्योग मंत्री मुकेश अग्रिहोत्री व एक शुभारंभ वर्तमान उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने किया। हैरानी की तो यह है कि यह दोनों ट्रक पर्किंग बद्दी के टोल के बिल्कुल निकट एनएच पर स्थापित है लेकिन फिर भी ट्रक चालकों को अपने ट्रक व्यस्त सडकों पर ही खड़ा करने में मजा आता है। पुलिस प्रशासन तथा बीबीएनडीए भी सड़कों व सार्वजनिक स्थानों से ट्रकों को हटाने में पूरी तरह नाकाम रहा।