मंदिर परिसर में नहीं लगने देंगे रोप-वे

बिजली महादेव के कारकूनों ने मौके पर पहुंची डीसी के समक्ष रखी अपनी बात

कुल्लू –बिजली महादेव रोप-वे बनाने के लिए अभी तक स्थान चिन्हित करने का दौर ही चला हुआ है। हालांकि कई बार इस रोप-वे को लेकर जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और कंपनी ने दौरे किए, लेकिन बिजली महादेव के कारकूनों, हारियान मनाई नहीं कर रहे हैं, लेकिन हारियानों का पहले से लेकर आज तक एक ही जबाव है कि मंदिर एरिया में रोप-वे लगने नहीं दिया जाएगा। इसके बाहर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन लोगों ने यह शर्त भी रखी है कि रोप-वे लगने से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकें। यह बात फिर क्षेत्र के लोगों ने बिजली महादेव पहुंची उपायुक्त कुल्लू डा. ऋचा वर्मा से कही। लोगों ने फिर साफ कह दिया है कि मंदिर एरिया में रोप-वे लगने नहीं लगने दिया जाएगा। क्योंकि मंदिर एरिया में रोपवे लगने से देव आस्था पर प्रभाव पड़ सकता है। हालांकि प्र्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा प्रोजेक्टों में शामिल बिजली महादेव रोप-वे के कार्य का जल्द पूरा करने के लिए उपायुक्त कुल्लू ने संज्ञान लेते हुए बिजली महादेव तक का दौरा किया। उपायुक्त ने बिजली महादेव पहुंचकर स्थानीय लोगों और कंपनी प्रबंधन के साथ मिलकर उन स्थानों को देखा जहां पर रोप-वे लगना है। हालांकि मंदिर कमेटी और लोगांे का कहना है कि धार्मिक महत्त्व और उनकी परंपराओं को देखते हुए रोप-वे मंदिर एरिया से बाहर लगाया जाए, ताकि न तो उनको परेशानी हो न कंपनी को। बताया जा रहा है कि कंपनी प्रबंधन अब अपने स्तर पर पैमाइश करेगी, जिसकी रिपोर्ट एक बार फिर उपायुक्त को कंपनी देगी। इसके बाद भी रोप-वे को लेकर अगली कार्रवाई होगी। बता दें कि 150 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला रोप-वे का यह प्रोजेक्ट केवल इसे मंदिर एरिया से बाहर या अंदर बनाने को लेकर लटका है। बता दें कि मंदिर का अपना एरिया 500 से 700 मीटर तक है। ऐसे में पूजा के दौरान परिक्रमा आदि में परिक्रमा के दौरान रोप-वे बनने पर दिक्कत आ सकती है। यही कारण है कि मंदिर कमेटी इसे मंदिर एरिया से बाहर चाहती है। अब  उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने बताया कि उन्होंने स्वयं बिजली महादेव पहुंचकर रोपवे में आड़े आ रही स्थिति का जायजा लिया है। रोपवे को लेकर मंदिर कमेटी के साथ-साथ क्षेत्र के लोगों से भी चर्चा की गई है।