मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंचे कानून के लंबे हाथ

डीजीपी बोले, आरोपी बार-बार बदल रहा मोबाइल और सिम

शिमला – पुलिस कांस्टेबल भर्ती में फर्जीबाड़े के मास्टरमाइंड अभी तक भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। मुख्य आरोपी को पकड़ने में पुलिस को सफलता नहीं मिल पाई। पुलिस महानिदेशक सीता राम मरड़ी ने कहा कि मास्टरमाइंड बार-बार मोबाइल और सिम बदल रहा है। हालांकि उसकी तलाश के लिए आरोपी के मोबाइल नंबर टै्रक पर लगा दिए हैं, लेकिन सिम बदलने से पुलिस गिरफ्त में नहीं आ रहा हे। श्री मरड़ी ने कहा कि पुलिस की टीम पड़ोसी राज्य हरियाणा और यूपी में आरोपी की तलाश में जुटी हैं। मास्टरमाइंड की तलाश के लिए हरियाणा और यूपी पुलिस को दूसरी बार लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है। इसके साथ-साथ हिमाचल पुलिस की टीमें भी दोनों राज्यों में तलाश में जुटी हैं। इस प्रकरण में अब तक 30 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें 22 आरोपी न्यायिक और आठ आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। सीता राम मरड़ी ने कहा कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि ये शातिर अब तक कई परीक्षाओं में लोगों को फर्जी तरीके से पास करवा चुके हैं। पुलिस महानिदेशक ने कहा कि 11 अगस्त को हुए फर्जीबाड़े के बाद अब पुलिस प्रशासन ने ठोस प्रक्रिया अपनाने का निर्णय लिया है।

परीक्षा की अब होगी वीडियोग्राफी

डीजीपी ने कहा कि अब आठ सितंबर को होने वाली लिखित परीक्षा के दोपहर परीक्षा हॉल में वीडियोग्राफी की जाएगी। इसके साथ सभी 736 परीक्षा हॉल में सीसीटीवी कैमरे और जैमर लगाने का फैसला लिया गया है। पुलिस महानिदेशक सीता राम मरडी ने कहा कि एडमिट कार्ड उसी दिन परीक्षा के पहले दिए जाएंगे। परीक्षा के दौरान उम्मीदवार न तो मोबाइल साथ ले जा सकते हैं और न ही अंगूठी व चेन।  प्रदेश में 1063 कांस्टेबल भर्ती के लिए 40 हजार उम्मीदवार परीक्षा देंगे। इसमें 720 पद पुरुष, 213 पद महिला और 130 पद पुरुष चालकों के हैं। सबसे अधिक जिला कांगड़ा में 234 और सबसे कम जिला लाहुल-स्पीति में पांच पद भरे जाने हैं।