सुलाह –भूटान में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार का अंतिम संस्कार राजकीय व सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव ननाओं स्थित अक्षैणा महादेव शमशान घाट पर किया गया। सेना के जवानों ने शहीद को श्रद्धाजंलि दी। बता दें कि उपमंडल पालमपुर के सुलाह विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत ननाओं के निवासी शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार (42) की पार्थिव देह रविवार सुबह पालमपुर सैन्य छावनी होल्टा कैंप लाई गई। यहां से सैन्य सम्मान के साथ शहीद के पार्थिव शरीर को उनके घर मारंडा में लाया गया। वहीं शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार के बेटे अभिराज परमार (12) ने मुखाग्नि दी। मौके पर शहीद की धर्मपत्नी हिना परमार, पिता मुख्तियार परमार, भाई लेफ्टिनेंट कर्नल निखिल परमार, चाचा जगदेव परमार और वेद परमार सहित परिवार के सदस्य, रिश्तेदार उपस्थित रहे। इस दौरान हजारों लोगों ने शहीद को नम आखों से अंतिम विदाई दी। प्रदेश सरकार की ओर से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। एडीएम कांगड़ा एमआर भारद्वाज, एसडीएम पालमुपर पंकज शर्मा, डीएसपी पालमपुर अमित शर्मा, तहसीलदार वेद प्रकाश ने श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सेना के अधिकारियों सहित पूर्व विधायक जगजीवन पाल, देश राज शर्मा, चंद्रवीर, सुखदेव मसंद आदि मौजूद रहे।
नहीं रहे स्वतंत्रता सेनानी बबन सिंह
योल – स्वतंत्रता सेनानी कैप्टन बबन सिंह शनविर रात्रि उनके निवास स्थान सिद्धबाड़ी में देहांत हो गया। गोरखा समुदाय से संबंधित कैप्टन बबन का अंतिम संस्कार रविवार को योल के घियारी पुल के पास किया गया। बताया जा रहा है कि बबन सिंह 95 साल के थे। रविवार को उनका पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने स्वतंत्रता सेनानी को श्रद्धांजलि दी। बताया जा रहा है कि बबन सिंह सुभाष चंद्र बोस की सेना आईएनए (आजाद हिंद फौज) में काम कर चुके हैं। उनका बेटा भी सेना में सेवाएं दे चुका है, जिसका भी देहांत हो चुका है।