शिमला में स्क्रब के 57 शिकार

By: Sep 20th, 2019 12:20 am

शिमला  – शिमला में स्क्रब टायफस घातक हो गया है। अभी तक 107 मामले पॉजिटिव आ गए हैं। गरुवार को दो मामले फिर पॉजिटिव आए हैं। सबसे ज्यादा बिलासपुर, में मामले पॉजिटिव आए हैं। उसके  बाद शिमला का नंबर है। बिलासपुर में 240 लोगों को स्क्रब हो गया है। देखा जाए तो प्रदेश में चार वर्षो में स्क्रब टायफस के  ग्राफ में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। जिसमें अभी तक सामने आया है कि प्रदेश में अब तक स्क्त्रब टाइफस के कुल 801 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 240 मामले जिला बिलासपुर, 96 कांगड़ा, 159 हमीरपुर, 77 मंडी, 107 शिमला, 57 सोलन, 9 चम्बा, 34 कुल्लू, एक किन्नौर तथा एक मामला सिरमौर में दर्ज किया गया है। अब मामलें बढ़ने लगे हैं लिहाज़ा जनता को भी सतर्क रहना चाहिए। जिसमें शिमला में मामले बढ़ने लगे हैं। जिसके लिए सतर्कता बरतना जरूरी है।  स्वास्थ्य विभाग ने साफ किया है कि स्क्रब टायफस की निःशुल्क जांच व उपचार सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है। समय पर जानकारी और इलाज के चलते, कम लोगों की मृत्यु भी हुई है। लेकिन अभी भी ये देखा जा रहा है कि मरीज़ देरी से अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जारी गाइडलाइन में साफ किया है कि स्क्रब टायफस बीमारी से बचाव के लिए पूरी कपड़े पहनकर ही खेतों में जाए क्योंकि स्क्रब टायफस फैलाने वाला पिस्सू, शरीर के खूले भागों को ही काटता है। घरों के आस-पास खरपतवार इत्यादि न उगने दें व शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें। चिकित्सकों का कहना है कि तेज़ बुखार जो 104 से 105 डिग्री तक जा सकता है, सिर व जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार, शरीर में ऐंठन, अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना आदि स्क्त्रब टायफस के लक्षण हैं। इसके अलावा स्क्रब टायफस के अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजुओं के नीचे या कुल्हों के ऊपर गिल्टियां भी हो सकती हैं। विभाग ने ये भी साफ किया है कि स्क्रब टायफस बीमारी की जांच व इलाज की सुविधा सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क उपलब्ध है।


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