सीएम से शिकायत करनी है तो अंग्रेजी जरूरी

कंप्लेंट के संबंध में आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा ‘राइट इन इंग्लिश’ ओनली

मंडी – अगर आप हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री से शिकायत करना चाहते हैं, तो आपको अंग्रेजी आना जरूरी है। जी हां। सरकार की आधिकारिक वेबसाइट देखें तो यही मायने निलकते हैं। दरअसल हिमाचल सरकार की आधिकारिक वेबसाइट himachal.nic.in पर जाएं, तो वहां पर राइट टू सीएम का ऑप्शन आता है। यह वेबसाइट हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध है। आधिकारिक वेबसाइट में हिंदी भाषा का चयन करने पर कॉलम हिंदी भाषा में तो आ जाते हैं, लेकिन साथ ही शिकायत करने से पहले ऊपर अंग्रेजी में लिखा गया है ‘राइट इन इंग्लिश ओनली’। यही नहीं, हिंदी भाषा का चयन करने बाद भी वेबसाइट में सब कुछ हिंदी में नहीं होता है। वेबसाइट में नोट में जो जानकारी दी गई है, वह भी अंग्रेजी में ही रहती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आधिकारिक वेबसाइट से अगर कोई व्यक्ति हिंदी में शिकायत दर्ज करवाना चाहता है, तो उसके पास ऑप्शन ही नहीं है। अगर कोई व्यक्ति पीडीएफ फाइल अटैच करना चाहता है, तो उसके लिए जरूर ऑप्शन है। हिंदी दिवस पर हिंदी में सरकारी पत्राचार करने की बातें तो जरूर की जाती हैं, लेकिन धरातल में इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिलता। सरकार की आधिकारिक वेबसाइट भी इसका एक उदाहरण है। कोई आम आदमी या कम पढ़ा लिखा व्यक्ति अगर सीएम से किसी विषय पर शिकायत करना चाहेगा तो वह नहीं कर पाएगा। इसके उलट ई-समाधान में कोई व्यक्ति शिकायत करना चाहता है तो उसके लिए यूनिकोड में लिखने का ऑप्शन उपलब्ध है, लेकिन सीएम से शिकायत करने के लिए हिंदी का ऑप्शन ही उपलब्ध नहीं है ऊपर से नोट में अंग्रेजी में लिखा गया है राइट इन इंग्लिश ओनली।

गौर करना होगा

आज के दौर में जहां हर व्यक्ति मोबाइल का इस्तेमाल करता है और उसमें भी हिंदी टाइपिंग को प्राथमिकता दी जा रही है, वहीं यह खामी सरकारी वेबसाइट बनाने वालों की कमियां उजागर कर रही हैं। आम आदमी आज भी हिंदी भाषा को ही प्राथमिकता देता है। इसलिए सरकार को भी इस बारे में गौर करना होगा।