स्वरोजगार के लिए टे्रंड होंगे ट्राइबल्स

By: Sep 16th, 2019 12:28 am

किन्नौर और लाहुल-स्पीति में जल्द शुरू होंगे कैंप, जनजातीय विकास फंड से होगा काम

शिमला -प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए इस बार भी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाया जाएगा। जल्द ही यह प्रशिक्षण शिविर जनजातीय क्षेत्रों में अलग-अलग केंद्रों के माध्यम से चलेगा। इसके लिए ट्राइबल डिवेलपमेंट से फंड की व्यवस्था की गई है, जो अलग-अलग मदों में होगी। बताया जाता है कि जनजातीय क्षेत्र किन्नौर व लाहुल-स्पीति के अलग-अलग क्षेत्रों में केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहां पर लोग प्रशिक्षण हासिल करेंगे। प्रशिक्षण के बाद यह लोग खुद के रोजगार को अपना सकते हैं। स्वरोजगार के लिए इन लोगों को सरकार विशेष सहायता प्रदान करेगी। प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों का लाभ इन्हें मिलेगा, जिसमें कई तरह की ऋण योजनाएं भी शामिल हैं, जिनका लाभ इन्हें मिलेगा। सस्ती ब्याज दरों पर सरकार ऋण उपलब्ध करवा रही है। बता दें कि नई उद्योग पॉलिसी में ऐसे छोटे-छोटे बुनकरों के लिए व्यवस्था की गई है। इनका लाभ युवा वर्ग को ज्यादा मिल सकता है। शुरुआत में इन प्रशिक्षणार्थियों को खड्डियों पर काम करना सिखाया जाएगा। इसके बाद ये लोग और चीजों को भी सीखेंगे और अपने क्षेत्र की मशहूर हथकरघा वस्तुओं का निर्माण कर सकते हैं। जनजातीय क्षेत्रों के लोग काफी संख्या में हथकरघा व हस्तशिल्प से जुड़े हैं, लेकिन बदलते वक्त में धीरे-धीरे इनका जुड़ाव कम हो रहा है। इन लोगों को हस्तशिल्प व हथकरघा से वापस जोड़ने के लिए सरकार विशेष योजना चला रही है। खासकर युवा वर्ग के लिए ये योजनाएं अधिक केंद्रित हैं। सरकार के पास जनजातीय विकास के लिए अलग से बजट रहता है। राज्य सरकार के अलावा केंद्र सरकार से इन क्षेत्रों को काफी ज्यादा आर्थिक मदद मिलती है। इस पैसे का उपयोग इन क्षेत्रों के विकास पर किया जाता है, वहीं यहां के लोगों के विकास पर भी अलग से राशि खर्च होती है।


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