हमीरपुर में 621 किलोवाट के सोलर प्लांट

हमीरपुर -सोलर मिशन के तहत हमीरपुर जिला मंे 621 किलोवाट के सोलर प्लांट लगाए गए हैं। बिजली बचाने के लिए हमीरपुर के लोग आगे आए हैं। अब लोग सोलर प्लांट से निःशुल्क बिजली प्रयोग कर रहे हैं, वहीं बची हुई बिजली विद्युत बोर्ड के ग्रिड में जा रही है। ऐसे में उपभोक्ताओं सहित बिजली बोर्ड को भी लाभ पहुंच रहा है। हिम ऊर्जा विभाग की मानंे तो लोग सोलर प्लांट लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। एक साल के भीतर 621 किलोवाट के सोलर प्लांट लोगों के घरों पर लगाए गए हैं। सूर्यदेव की किरणों से सोलर प्लांट बिजली उत्पन्न करता है। बिजली बनने के बाद सीधे ग्रिड में चली जाती है। घर में प्रयोग करने के बाद बची हुई बिजली ग्रिड में ही जमा हो जाती है। इस कारण जहां उपभोक्ताओं के साथ ही बिजली बोर्ड को भी लाभ मिल रहा है। जानकारी के अनुसार सोलर प्लांट लगाने के लिए केंद्र सरकार 70 फीसदी व राज्य सरकार 10 फीसदी अनुदान दे रही है। इसके चलते उपभोक्ताओं को कुछ फीसदी ही हिस्सेदारी निभागी पड़ती है। सोलर पावर प्लांटर की वैलिडिटी 25 साल बताई जा रही है। यानी की एक बार सोलर प्लांट लग गया तो 25 साल तक बिजली के बिल भरने से निजात मिल जाएगी। एक किलोवाट सोलर प्लांट के लिए उपभोक्ता को 16 हजार की राशि अदा करनी होगी, बाकी का सारा खर्च सरकार की तरफ से वहन किया जाएगा। हालांकि सूत्रों की मानें तो कम से कम तीन किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने पर ही अधिक फायदा है। इसमें बिजली की बचत अधिक है। हालांकि इसके लिए उपभोक्ता को वन टाइम 48 हजार की राशि खर्च करनी होगी। इसकी कुल लागत पौने दो लाख तक रहेगी। इसमें उपभोक्ता को सिर्फ 48 हजार ही भरने पड़ेंगे। आगामी पच्चीस साल तक बिजली के बिल भरने से निजात मिल जाएगी। साथ ही बिजली के कटों से भी निजात मिलेगी।