हर 40 सेकंड में एक सुसाइड

जीवन कुदरत की बनाई सबसे खूबसूरत चीज है, इसके बावजूद इनसान इसे खत्म करने पर तुला हुआ है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में हर साल करीब आठ लाख लोग खुदकुशी करते हैं। हर 40 सेकंड में एक व्यक्ति आत्महत्या के कारण अपनी जान गंवाता है। ये आंकड़े वर्ल्ड हैल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट पर आधारित हैं। हर साल मौत को गले लगाने वाले लाखों लोग कई कारणों से आत्महत्या करते हैं। पूरी दुनिया में होने वाले इन सुसाइड की वजह से न सिर्फ एक परिवार, बल्कि एक समुदाय और पूरा देश प्रभावित होता है। रिपोर्ट के अनुसार, साल, 2016 में खुदकुशी करने वाले ज्यादातर लोगों की उम्र 15 से 29 बताई गई थी। आपको जानकार हैरानी होगी कि खुदकुशी करने वाले ज्यादातर लोग लो एंड मिडिल इनकम देशों से ताल्लुक रखते हैं। यानी जिन देशों में लोगों की प्रतिव्यक्ति आय बहुत ज्यादा कम है, वहां खुदकुशी के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं। खुदकुशी करने वाले इस वर्ग के लोगों की तादाद 79 प्रतिशत है। खुदकुशी करने वाले लोगों की संख्या पूरी दुनिया में युद्ध और नरसंहार में मारे गए लोगों से भी कहीं ज्यादा है। खुदकुशी करने वाले लोग मौत को गले लगाने के लिए अलग-अलग रास्ते तलाशते हैं। मगर ज्यादातर मामलों में सुसाइड के तीन तरीके देखने को मिलते हैं। सुसाइड करने के लिए ज्यादातर लोग जहरीले पदार्थ, फांसी या बंदूक का इस्तेमाल करते है।

इन देशों में खुदकुशी के मामले अधिक

पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा सुसाइड के मामले साउथ-ईस्ट एशिया से सामने आते हैं। यहां करीब 12 प्रतिशत से ज्यादा लोगों की मौत सुसाइड की वजह से होती है। यूरोप में भी सुसाइड के मामले कुछ कम नहीं है, लेकिन यहां सुसाइड करने वाले पुरुषों की संख्या बाकी देशों मुकाबले काफी अधिक है।