हिमाचली पोशाक में नहीं मिलेगी डिग्री

दीक्षांत समारोह में डे्रस कोड फाइनल करने को नहीं बनी कमेटी

शिमला -प्रदेश विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को पहाड़ी ड्रेस कोड के साथ करवाने की योजना अधूरी होती नजर आ रही है। विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह अक्तूबर माह के तीसरे सप्ताह में किया जा सकता है। इसके लिए एचपीयू प्रशासन तैयारियों में जुट गया है, लेकिन इस बार दीक्षांत समारोह के दौरान मेधावियों के पहने जाने वाले पहनावे पर सबकी आंखें टिकी हैं। हर किसी को यह उम्मीद थी कि इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में पहाड़ी ड्रेस कोड को पहनने का मौका मिलेगा, लेकिन एचपायू प्रशासन ने अभी तक इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लिया है। गौर रहे कि पहाड़ी ड्रेस कोड के साथ दीक्षांत समारोह करवाने का उद्देश्य हिमाचल की संस्कृति को बढ़ावा देना था। हालांकि एचपीयू प्रशासन को इस ड्रेस कोड को लागू करने के लिए एक कमेटी का निर्माण करना था। कमेटी जो निर्णय लेती उसके बाद ही यह तय हो पाना था कि इस बार के दीक्षांत समारोह में मेधावियों को किस पोशाक में सम्मानित किया जाना है। बीते वर्ष प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन ने दीक्षांत समारोह पहाड़ी ड्रेस कोड के साथ करवाने की योजना बनाई थी, जिसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। यहां तक दीक्षांत समारोह को लेकर पहाड़ी डे्रस का डिजाइन भी तैयार कर लिया गया था। दीक्षांत समारोह के लिए डिजाइन ड्रेस कोड प्रदेश के जिला चंबा से लेकर जिला किन्नौर की पारंपरिक वेशभूषा के आधार पर तैयार किया गया था। गौर हो कि इस ड्रेस कोड को प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी ने मंजूरी दी थी, जिसके बाद फाइनल स्वीकृति के लिए इसे राज्यपाल को भी भेजा गया था, फिलहाल इस ड्रेस कोड को अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। इसके चलते इस बार भी एचपीयू का दीक्षांत समारोह पूर्व की तरह निधार्रित की गई ड्रेस कोड के साथ किया जाएगा। वहीं, अगर पहाड़ी ड्रेस कोड को मंजूरी मिल जाती है तो आगामी वर्षो में आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में इसे लागू किया जा सकता है।