हेपेटाइटिस सी का इलाज फ्री

शिमला  –आईजीएमसी में हेपेटाइटिस सी का अब इलाज मिलना शुरू हो गया है। आईजीएमसी में आठ मरीजों का इसे लेकर ट्रीटमेंट शुरू कर दिया गया है। अभी तक  कुल दस मरीजों को इलाज मिल चुका है। यह प्रदेश का इकलौता ऐसा सेंटर है, जिसमें लीवर में हुए हेपेटाइटिस सी का इलाज बेहतर तरीके से किया जा सकेगा। अस्पताल में  आठ मरीजों को इलाज देन शुरू कर दिया गया है। इसमें शिमला, कुल्ल्लू, मंडी, बिलासपुर और सिरमौर के मरीज हैं। प्रदेश के मरीजों के लिए यह एक काफी अच्छी खबर है, जिसमें फ्री ट्रीटमेंट दी जानी शुरू कर दी गई है। एनएचएम के तहत यह इलाज मरीजों के फ्री दिया जा रहा है। प्रदेश सरकर के निर्देशों के तहत ये लाभ मरीजों को आईजीएमसी प्रशासन के माध्यम से दिया जा रहा है। प्रदेश में इस ट्रीटमेंट में लाखों का खर्चा आता है लिहाजा अब इस सेंटर के शुरू होने से प्रदेश की जनता को यह  लाभ बखूबी मिलने वाला है। दो विभागों के तहत यह इलाज मरीजों को मिलना शुरू किया जाने वाला है। इसमें ग्रेस्ट्रोएंट्रोलॉजी और माइक्रोबायोलोजी विभाग इसमें काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि हेपेटाइटिस सी एक संक्रमित बीमारी है, जो दूषित खून या फिर दूषित सूई से फैलता है। ऐसा पहली बार है जब आईजीएमसी में हेपेटाइटिस सी की जांच और उसका इलाज मरीजों के लिए शुरू किया गया है। यह सुविधा प्रदेश के सभी आय श्रेणियों के लिए उपलब्ध है। प्रदेश में मरीजों के रिकॉर्ड पर गौर करें, तो हर वर्ष  पच्चास हेपेटाइटिस सी मरीज अस्पताल में इलाज करवाने आते हैं, जिसमें आठ से दस मरीजों की हालत काफी खराब रहती है। पहले प्रदेश के किसी भी अस्पताल में ट्रीटमेंट की सुविधा नहीं थी , जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई बार मरीजों को आईजीएमसी से अन्य अस्पतालों में भी रैफर करना पड़ रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा और मरीजों को निः शुल्क सुविधा मिल पाएगी।