25 साल बाद बांडा महोत्सव का आगाज

By: Sep 20th, 2019 12:20 am

भरमौर –अपनी परंपरा और कला-संस्कृति को जीवंत रखने के लिए आगे आए गांव के युवाओं की पहल से अढाई दशकों के लंबे अंतराल के बाद भरमौर के दयोल गांव में पारंपरिक बांडा महोत्सव का आगाज हुआ। तीन दिनों तक चलने वाले इस उत्सव का गुरूवार को दयोल गांव में नवनिर्मित मैदान में शुभारंभ हुआ। इस दौरान पंचायत के 105 वर्षीय बुजूर्ग राहडू राम ने बतौर मुख्यातिथि शिरक्त की, जबकि विशेष अतिथि के रूप में जिला शिकायत निवारण समिति के सदस्य चरणजीत ठाकुर, ग्राम पंचायत न्याग्रां के उप्रधान अशोक ठाकुर और दयोल के वार्ड सदस्य टेक चंद वशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस दौरान चरणजीत ठाकुर ने ग्यारह हजार और उपप्रधान अशोक ठाकुर ने 5100 की राशि आयोजन समिति को अपने ओर से देने का ऐलान भी मौके पर किया। जानकारी के अनुसार होली घाटी के दयोल गांव में पारंपरिक बांडा महोत्सव का आयोजन पिछले पच्चीस वर्षो से बंद पडा हुआ था। गददी समुदाय की संस्कृति का प्रतीक यह आयोजन स्थानीय युवाओं की पहल के बाद शुरू हुआ है। रोचक है कि सर्दियों का सर्द ऋतु के आगमन पर यह आयोजन प्राचीन समय में होता था। चंूकि समुदाय के लोग सर्दियों में निचले इलाकों की ओर पलायन कर जाते है। नतीजतन रिश्तेदारों और बहू-बेटियों के मिलन के रूप में इस उत्सव को मनाया जाता था, लेकिन यह परंपरा समय के साथ गुमनाम होती चली गईं। इस बीच स्थानीय युवाओं ने इस प्राचीन उत्सव को मनाने का निर्णय लिया और सबके सहयोग से यहां पर बडे मैदान का निर्माण करवाया। जहां पर गुरूवार को यह आयोजन आरंभ हुआ है। आयोजन समिति के संरक्षक डा. केहर सिंह ठाकुर, सुनील दत्त गौतम व विनोद ठाकुर ने युवाओं को इस आयोजन के लिए प्रेरित किया और पच्चीस वर्षो बाद यह आयोजन की परंपरा फिर से शुरू हो गई है। आयोजन समिति का कहना है कि तीन दिनों तक यह आयोजन चलेगा। इस दौरान खेलकूद प्रतियोगिता के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्त्रम भी आयोजित किए जाएंगे। जबकि उत्सव के अंतिम दिन यहां दंगल का आयोजन होगा। जिसमें विजेता पहलवान को 11 हजार और उपविजेता को 8500 की राशि ईनाम के तौर पर प्रदान की जाएगी। इस मौके पर आयोजन समिति के प्रधान विपिन कुमार, सचिव शशि कुमार समेत स्थानीय युवाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।


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