4474 स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी

टेंडर फाइनल, प्राइमरी व मिडल स्कूल में लगाई जाएगी आधार युक्त बायोमीट्रिक मशीन

शिमला – हिमाचल प्रदेश के 4474 सरकारी स्कूलों में इस साल से ही ऑनलाइन हाजिरी लगाई जाएगी। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने आधारयुक्त बायोमीट्रिक मशीन लगाने को लेकर कारपोरेशन विभाग के साथ मिलकर एल वन के साथ टैंडर फाइनल कर दिया है। वहीं, उक्त कंपनी को दो व तीन माह के अंदर बायोमीट्रिक मशीनें लगाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। अहम  यह है कि करोड़ों का बजट खर्च कर आधार युक्त ये मशीनें स्कूलों में इंस्टॉल की जाएंगी। वहीं, हाजिरी लगाने के लिए इन बायोमीट्रिक मशीनों में सिम कार्ड भी होगा। सभी शिक्षकों का नाम व पता ऑनलाइन चढ़ाया जाएगा। इससे शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी पर शिक्षा विभाग भी आसानी से नजर रख सकता है। गौर हो कि शिक्षा विभाग बायोमीट्रिक मशीन में शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी सही ढंग से लगा रहे हैं या नहीं इसकी नजर ऑनलाइन रख सकेंगे। फिलहाल प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने तीन माह अंदर साढ़े चार हजार स्कूलों में ऑनलाइन हाजिरी लगाने को लेकर स्पष्ट आदेश जारी किए हैं। गौर हो कि आधारयुक्त ये बायोमीट्रिक मशीनें राज्य के 12 हजार मिडल व सरकारी स्कूलों में लगाए जानी थीं, लेकिन   जिस कंपनी को शिक्षा विभाग ने यह टैंडर दिया है, उसने कई स्कूलों में इंटरनेट की सुविधा न होने की वजह से ऑनलाइन बायोमीट्रिक मशीनें लगाने के लिए इनकार कर दिया है। यही वजह है कि इस साल केवल साढ़े चार हजार स्कूलों में ही ये ऑनलाइन हाजिरी मशीनें लगाई जा रही हैं। जानकारी के अनुसार लगभग सात करोड़ का बजट खर्च कर ये मशीनें स्कूलों में लगाई जाएंगी। विभागीय जानकारी के अनुसार एक  बायोमीट्रिक मशीन लगाने के लिए 16 हजार 430 रुपए का बजट खर्च किया जाएगा। इससे पहले शिक्षा विभाग ने जो प्रोपोजल बनाया था, जिसमें एक मशीन लगाने के लिए केवल 14,410 रुपए का बजट देने की ही बात कही थी। फिलहाल अब जब कंपनी के साथ शिक्षा विभाग ने टैंडर फाइनल कर दिया है, तो उम्मीद है कि तय समय पर सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन लग पाएगी। जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन बायोमीट्रिक  मशीन लगाने के लिए कारपोरेशन के खाते में बजट जमा करवा दिया है। स्कूलों में लगने वाली बायोमीट्रिक मशीनें स्थापित करने के साथ ही शिक्षा विभाग ने कुछ नियम भी स्कूलों के लिए तय किए हैं। इसमें शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि वे रोजाना ऑनलाइन हाजिरी मशीन को वेरिफाई करें।