इंजेक्शन लगाने के बाद छात्रा की मौत

बुखार का टीका लगाने के बाद बिगड़ी तबीयत, पीजीआई में तोड़ा दम, परिजनों ने जमकर किया हंगामा

बिझड़ी –जिला के तहत उपमंडल बड़सर के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन एक स्कूली छात्रा की संदिग्ध मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि छात्रा बुखार और डायरिया से पीडि़त थी, जिसका उपचार अस्पताल में चल रहा था। मंगलवार रात को ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने छात्रा समेत अन्य आठ और मरीजों को बुखार के इंजेक्शन दिए। इसके बाद अचानक सभी मरीजों की तबीयत बिगड़ गई। जानकारी के मुताबिक बाकी मरीज तो कुछ देर बाद ठीक हो गए, लेकिन छात्रा वर्षा पुत्री राजेश कुमार गांव बटारली की तबीयत में सुधार नहीं हुआ। करीब दो घंटे तक डाक्टरों ने कोशिश की, लेकिन छात्रा की तबीयत लगातार बिगड़ती गई। सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक इंद्र दत्त लखनपाल भी मौके पर पहुंच गए और उन्होंने भी परिजनों से बातचीत की। डाक्टरों ने कुछ देर के बाद लड़की को ऊना रैफर कर दिया और यहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया। यहां पर उसने दम तोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक मरीजों को जो इंजेक्शन लगाया गया था, वह सरकारी सिविल सप्लाई का था। इससे सरकारी दवाई की गुणवता पर भी सवाल उठ रहा है। बीएमओ बड़सर ने ड्रग इंस्पेक्टर को बुलवाकर इन इंजेक्शन को सीज कर दिया है। उधर, इस मामले में स्थानीय विधायक इंद्र दत्त लखनपाल ने भी मामले की जांच की मांग उठाई है। ड्रग इंस्पेक्टर अभिषेक के अनुसार इंजेक्शन के सैंपल लेकर स्टॉक सीज किया जा चुका है। बताते चलें कि बच्ची की बिगड़ती तबीयत को देखते हुए परिजनों ने अस्पताल परिसर में जोरदार हंगामा किया। इसके बाद चिकित्सकों की सुरक्षा के मद्देनजर बड़सर पुलिस डीएसपी के नेतृत्त्व में अस्पातल परिसर पहुंची तथा समझा-बुझाकर मामला शांत करवाया, लेकिन बच्ची की मौत के बाद किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस ने अस्पताल परिसर को छावनी में तबदील कर दिया है।