एचआरटीसी वॉशर ब्वायज को पक्की नौकरी की आस

18 सालों से दे रहे सेवाएं, साढ़े चार सालों से अनुबंध पर दे रहे सेवाएं

आनी –एचआरटीसी में 17-18 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे वॉशर ब्वायज का दर्द छलका है। उनका कहना है कि जून, 2016 में अनुबंध पर ले लिए जाने के साढ़े चार सालों बाद भी सरकार उन्हें नियमित करने को लेकर गंभीर नजर नहीं आती है, जिसके कारण उनमे असंतोष पनपने लगा है। रामपुर, रोहडू, शिमला सहित प्रदेश के विभिन्न परिवहन डिपो में तैनात प्रेम सिंह, मोहन सिंह, प्रदीप कुमार, राज कुमार, जोगिंद्र, अनिल कुमार, लायक राम, महेंद्र, सोहन लाल, चेत राम, शेर सिंह, श्याम लाल आदि करीब 125 वॉशर ब्वाय का कहना है कि वे लोग पिछले करीब 18 सालों से विभिन्न डिपुओं के तहत विभिन्न अड्डों, हेडक्वार्टर आदि में दिन में दस घंटों सेवाएं देते आ रहे हैं। बार-बार मांग करने पर जून 2016 में उन्हें अनुबंध पर लाया गया था, जिसके चलते उनके साथ अनुबंध पर आए चालक-परिचालक और तकनीकी स्टाफ को मार्च और सितंबर दो तय समयों पर नियमित कर दिया गया है, जबकि वॉशर ब्वायज को अनदेखा कर दिया गया। उनका कहना है कि सरकार उन्हें या तो नजरअंदाज कर सौतेला व्यवहार कर रही है या उन्हें नियमित करना भूल गई है। उनका कहना है कि अपनी इस मांग को लेकर वे इसी वर्ष जुलाई माह में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी मिले थे। उन्होंने एचआरटीसी प्रबंधन से बात कर कोई हल निकालने का वादा भी किया था, लेकिन जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है, उन्हें अब अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है। एचआरटीसी वाशर ब्वायज ने सरकार से उन्हें जल्द नियमित करने की मांग की है और भरोसा जताया है कि सरकार उनकी मांग और जल्द गौर कर उन्हें नियमितीकरण का तोहफा जरूर देगी।