किसानों नहीं, कारोबारियों को ही पूछ रही केंद्र सरकार

रामपुर बुशहर में किसान सभा ने बैठक के दौरान जड़ा आरोप, धरने-प्रदर्शन को लेकर भी बनाई रण्नीति

रामपुर बुशहर -रामपुर बुशहर में किसान सभा जिला इकाई शिमला की दो दिवसीय विस्तारित बैठक एवं संगठनात्मक शिविर का आयोजन किया गया। बैठक में राज्य कमेटी से अध्यक्ष डा. कुलदीप सिंह तंवर व राज्य उपाध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे। जिला अध्यक्ष सत्यवान पुंडीर ने विस्तारित बैठक के उद्देश्य पर चर्चा की। बैठक को संबोधित करते हुए राज्याध्यक्ष डा. तंवर ने कहा कि देश में किसानी के क्षेत्र में चल रहे लगातार संकट से निकलने के लिए सरकारी स्तर पर कोई ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर उद्योगपतियों के हित साधने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कारोबारियों की आमदनी में तो सैकड़ों गुणा इजाफा हुआ, लेकिन किसानों को उनकी फसलों के लाभकारी दाम भी नहीं मिल रहे हैं उलटा किसान को कृषि उत्पादों पर मिलने वाली रियायतों को खत्म किया जा रहा है। जिला कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि किसान सभा पहली अक्तूबर को नारकंडा में सेब के मुद्दे पर होने वाले धरने में भाग लेंगी। आगामी दो दिसंबर को प्रत्येक खंड में स्थानीय मुद्दों पर चौबीस घंटे का धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें रामपुर के दत्तनगर में दूध के मुद्दे, रोहडू में अस्पताल की समस्याए, ठियोग में बिजली, गैस, पानी व सार्वजनिक समस्याओ पर तथा कसुम्पटी में सब्जियों व सार्वजनिक सेवाओं की समस्याओं पर प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावा राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस के अवसर पर 14 अक्तूबर को कालीबाड़ी में ग्रामीण महिलाओं का रज्य अधिवेशन तथा 15 अक्तूबर को राज्यपाल व मुख्यमंत्री को ग्रामीण महिलाओं के मुद्दों पर मांगपत्र दिया जाएगा।

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक मे राजेंद्र चौहान, जय शिव ठाकुर, उषा देवी, कृष्ण प्रकाश नेगी, ओम प्रकाश भारती, प्रेम चौहान, जगदीश, दयाल सिंह, दिनेश , हेम राज, मधु, काकू, राकेश वर्मा, डोला, मोहर, नेक राम, शेर सिंह, हितेश हाष्टा, सुख देव चौहान, संजीव नेगी व जिला शिमला, कुगू के निरमंड व जिला किन्नौर किसान सभा के लगभग 60 प्रतिनिधियों मौजूद रहे।