कॉन्वेंट स्कूलों में प्लास्टिक लंच बॉक्स पर रोक

शिमला – राजधानी शिमला के स्कूलों में अब प्लास्टिक की बोतलें, लंच बॉक्स और रोटियों के लिए फवाइल पेपर लगाने पर रोक लगा दी गई है। निजी स्कूल प्रशासन की ओर से ये निर्देश अभिभावकों को दिए गए हैं। स्कूलों में छात्रों को अब स्टील संबंधित चीजों का इस्तेमाल करना होगा। बता दें कि सरकार के आदेशों के बाद निजी स्कूलों का यह प्रयास काफी सराहनीय है। बता दें कि प्लास्टिक का उपयोग हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो है ही, साथ ही इससे पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचता है। हालांकि हिमाचल  में वर्ष 2009 से  प्लास्टिक थैलों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। हाल ही में प्लास्टिक के उपयोग पर पूरी तरह रोक को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित कर चुके हैं। ऐसे में अब शिक्षण संस्थान भी इस मुहिम में आगे आए हैं। शहर के स्कूलों की बात की जाए, तो यहां के कुछ कान्वेंट स्कूलों में बच्चोें को लंच बॉक्स से लेकर पानी की बोटल और सिल्वर पेपर के उपयोग अनिवार्य तौर पर नहीं करने के नियम लागू कर दिए  हैं। सरकारी स्कूलों में इस तरह को कोई नियम अनिवार्य तौर पर लागू तो नहीं किया गया है, लेकिन छात्रों को जागरूक करने के साथ सरकारी स्कूलों की एनएसएस इकाइयां साफ सफाई कार्यक्र्रम में बढ़ चढ़कर भाग ले रही हैं। यहां तक कि स्कूल की कैंटीन में भी प्लास्टिक के रैपर वाली टॉफियों या अन्य प्लास्टिक के उपयोग पर रोक है।

कचरा उन्मूलन कार्यक्रम चलाने के दिए निर्देश

सरकारी स्कूलों की बात की जाए तो प्रदेश शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रधानाचार्यों को प्लास्टिक के उपयोग से उत्पन्न कचरे की समस्या के समाधान के लिए व्यापक पोलीथीन कचरा उन्मूलन कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें स्कूलों के छात्रों को जागरूक करने के लिए कहा गया है।