घुमारवीं कालेज में साइबर क्राइम-महिला अपराध पर क्लास

घुमारवीं -स्वामी विवेकानंद राजकीय महविद्यालय में पत्रकारिता विभाग एवं जेंडर चैंपियन क्लब ने साइबर क्राइम और महिला अपराध विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। इसकी अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्या डा. वसुंधरा राजन भारद्वाज ने की। सेमिनार का उद्देश्य विद्यार्थियों में महिलाओं के प्रति साइबर जगत में बढ़ रहे अपराधों के प्रति जागरूक करना रहा। इसमें पत्रकारिता के बीस और जेंडर चैंपियन क्लब के दस विद्याथियों ने साइबर दुनिया में महिलाओं से जुड़े विभिन्न अपराध और साइबर कानून विषय पर पत्र प्रस्तुती दी। पत्रकारिता प्रथम वर्ष कि छात्रा वेदांशी सिंह ने साइबर क्राइम क्या है, विषय पर प्रस्तुति दी। पत्रकारिता पंचम सेमेस्टर कि वैशाली ठाकुर ने रिवेंज  पोर्न विषय पर प्रकाश डाला। अर्चना ने पोक्सो एक्ट की जानकारी दी। दीक्षा कुमारी ने साइबर स्टाकिंग, मंजुबाला ने रिवेंज पोर्न के लिए कानूनी प्रावधान, दीक्षा ने महिलाओं और बच्चों से जुड़े साइबर क्राइम और बचाव व  प्रिया ने साइबर सुरक्षा पर विचार व्यक्त किए और जेंडर चैंपियन क्लब से  कंचन ने आधुनिक युग में साइबर क्राइम का प्रभाव। प्रांजल शर्मा ने साइबर क्राइम व कंचन देवी ने आई टी एक्ट और कोमल कुमारी ने आईटी एक्ट के अंतर्गत साइबर अपराध के लिए दंड के क्या प्रावधान है, विषय पर बात की। अमना कुमारी ने भारत में महिलाओं के प्रति बढ़ते साइबर अपराध, पूर्णिमा शर्मा ने आधुनिक युग में साइबर सुरक्षा की आवश्यकता विषय पर अपने  विचार व्यक्त किए। वहीं, पत्रकारिता के प्रथम वर्ष के छात्र राजपाल ने कहा कि महिलाओं पर साइबर अपराध बढ़ने का एक कारण यह भी है कि वे उन पर हुए अपराध के बारे में आवाज नहीं उठाती। इससे साइबर अपराधी प्रोत्साहित होते है। इसलिए महिलाओं को जागरूक होकर आवाज उठानी चाहिए। इस सेमिनार में एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया जिसका संचालन पत्रकारिता विभाग की अध्यक्षा रीता कुमारी ने किया। इसमें विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपने विचारों का आदान प्रदान किया। इसमें बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र कार्तिकेय ने अपने साथ हुए साइबर धोखाधड़ी ने जुड़ा अनुभव सांझा किया। इस सेमिनार में भारत में साइबर स्टाकिंग की सच्ची घटनाओं पर बनी एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। विभागाध्यक्षा रीता कुमारी ने सभी विद्यार्थियों को साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहने के लिए संबोधित करते हुए उन्हें डिजिटल  टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया और स्मार्ट फोन इत्यादि का प्रयोग बड़ी सावधानी और जागरूकता पूर्वक करने को कहा और साइबर अपराध से निपटने के लिए कानूनी सामग्री के विषय में जागरूक किया। इस अवसर पर वनस्पति विभाग के अध्यक्ष डा. महेंद्र सिंह भाटिया ने नई तकनीकों के सकरात्मक और नकारात्मक पहलुओं पर चर्चा की और कहा कि विद्यार्थियों को पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। इस अवसर पर वनस्पति विभाग से  डा. जसवंत सिंह सैणी की उपस्थिति विद्यार्थियों के लिए उत्साहवर्द्धक रही। सेमिनार का मंच संचालन बीजेएमसी पंचम सेमेस्टर की छात्रा प्रियंका ने किया।