जनता की खामोशी ने बढ़ाई सियासी धड़कने

चुनाव प्रचार के अंतिम दिन कांग्रेस-भाजपा के साथ आजाद प्रत्याशी ने दिखाया दम

धर्मशाला –  धर्मशाला उपचुनाव में आम आदमी की खामोशी ने राजनीतिक दलों की धड़कने तेज कर दी है। जातीय व क्षेत्रीय समीकरणों के अलावा यहां पुराने नेताओं के इशारे भी बहुत मायने रखने वाले हैंं। भाजपा कांग्रेस के अलावा आजाद प्रत्याशी के पक्ष में बने माहौल के बाद मुकाबला त्रिकोणा होता दिख रहा है। शनिवार को चुनाव प्रचार के अंतिम दिन भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मैदान में उतरे थे। जबकि कांग्रेस की ओर से अस्वस्थ होने के बावजूद पूर्व मंत्री जीएस बाली, पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा सहित प्रदेश के तमाम नेताओं ने खूब पसीना बहाया। उधर भाजपा व कांग्रेस को बिना संगठन व सता के टक्कर दे रहे आजाद प्रत्याशी राकेश चौधरी ने भी टेंशन में डाल दिया है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशी व राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता जिस तरह से सुबह से लेकर देर शाम तक फील्ड में पसीना बहा रहे थे, उससे स्पष्ट दिख रहा है कि चुनाव में जीत हासिल करना किसी के लिए भी आसान नहीं है। पूर्व मंत्री व राष्ट्रीय सचिव सुधीर शर्मा ने अपने घर में ही भीड़ जुटाकर दिखा दिया कि भले ही वह चुनाव नहीं लड़ रहे या प्रचार में नहीं आए, लेकिन आज भी क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है। उन्होंने जिले के अन्य विधायकों व नेताओं को भी अपने साथ खड़ा कर दम दिखाया। उधर विदेश से स्वास्थ्य लाभ लेकर लौटे पूर्व मंत्री जीएस बाली ने भी अपना बल दिखाते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखविंद्र सुक्खू से लेकर पूर्व मंत्री चंद्रेश कुमारी व एक दर्जन विधायकों, पूर्व विधायकों व पदाधिकारियों को धर्मशाला में एक मंच पर लाकर खड़ा कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने सभी से एक स्वर में कांग्रेस प्रत्याशी को विजय दिलाने का भी आह्वान करवाया। जिससे कांगेस के हालात में सुधार की अपेक्षा की जा रही है।