जिला को दो अतिरिक्त माइनिंग चैक पोस्ट मंजूर

नाहन –जिला सिरमौर में खनिज संपदा को अवैध रूप से रोकने के लिए प्रस्तावित  दो माइनिंग चैक पोस्ट को स्वीकृति मिल गई है। जिला मंे यह उपमंडल पांवटा साहिब के गोबिंदघाट तथा उपमंडल संगडाह के काकोग क्षेत्र मंे स्थापित होगी। अवैध खनन ओर अवैध रूप से खनिज संपदा को चोर रास्तों से ले जाने के लिए खनन विभाग और प्रदेश सरकार को लगातार इसकी शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद अब सरकार ने हिमाचल प्रदेश माइनिंग रूल्स 2015 के नियम आठ के तहत यह स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिसके बाद एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी इन दोनों स्थानों पर माइनिंग चेक पोस्ट के लिए भूमि का चयन कर यहां लगभग एक बीधा रकबे मे धर्मकांटा, सीसीटीवी कैमरा, दो माइनिंग गार्ड के साथ माइनिंग चेक पोस्ट का संचालन करेगी। जिला खनन अधिकारी सरित चंद्र ने बताया कि खनन चोरी के मार्गों पर दो प्रस्तावित अतिरिक्त चैक पोस्ट की स्वीकृति मिली है। जिसे भूमि चिन्हित कर जल्दी ही संचालन किया जाएगां।  गौर हो कि वर्तमान मंे जिला की खनन संपदा को अवैध रूप से बाहर पहुंचाने से रोकने के लिए राजबन, ददाहू, हैवना, राजपूरा चार स्थानों पर माइनिंग चेक पोस्ट संचालित है। वहीं अब पांवटा साहिब में अंतर राज्य माइनिंग पोस्ट को गोबिंदधाट क्षेत्र मंे संचालित किया जाएगा। जबकि रेणुकाजी क्षेत्र में चल माईनिंग के बीच के रास्ते से खिसकने वाले वाहनों को काकोग क्षेत्र में माइनिंग चैक पोस्ट तैयार कर रोकने का प्रयास खनन विभाग करेगा। गौर हो कि जिला में लाइम स्टोन खनिज संपदा का स्वीकृत माइनों में दोहण किया जाता है। मगर कुछ वाहन ऐसे भी होते है जो कि चोरी छिपे सरकारी राजस्व को चुना लगाने की फिराक मे चोर रास्तों का रुख करते है। जिसकी धरपकड़ के लिए जहां मुट्ठी भर खनन विभाग का स्टाफ  भी कम पड़ जाता है। वहीं ऐसे रास्तों से क्षमता से कितना अधिक लाइम स्टोन बाहर जा रहा है का भी कोई अता पता नहीं होता है। लिहाजा इस दोनों क्षेत्रों मे लंबे समय से माइनिंग चैक पोस्ट की मांग की जा रही थी। जिसकी सरकार से स्वीकृति मिली है। जिसके लिए कमेटी जल्दी ही भूमि का चयन करेगी।