ज्ञानलोक
- कारगिल विजय दिवस की 20 वीं वर्षगांठ मनाई गई;
(क) 29 जुलाई
(ख) 28 जुलाई
(ग) 27 जुलाई
(घ) 26 जुलाई
- गहरी समुद्री खनन के परिणामस्वरूप लुप्तप्राय घोषित होने वाली पहली प्रजाति कौन सी है?
(क) फ्रिल्ड शार्क
(ख) विशालकाय ट्यूब कीड़े
(ग) स्कैले पैर घोंघा
(घ) पैसिफिक वाइपरफिश
- इस राज्य ने हाल ही में एक राज्यव्यापी वृक्षारोपण कार्यक्त्रम शुरू किया।
(क) आंध्र प्रदेश
(ख) बिहार
(ग) तमिलनाडु
(घ) अरुणाचल प्रदेश
- विश्व की सबसे बड़ी निजी इक्विटी फर्म कौन सी है?
(क) ब्लैक स्टोन
(ख) हरा पत्थर
(ग) ब्लू स्टोन
(घ) लाल पत्थर
- चंद्रशेखर – द लास्ट आइकॉन ऑफ वैचारिक राजनीति नामक पुस्तक का विमोचन हाल ही में किसने किया?
(क) श्री नरेंद्र मोदी
(ख) श्री सुरेश प्रभु
(ग) श्री वेंकैया नायडू
(घ) श्री राम नाथ कोविंद
उत्तर : 1 घ 2 ग 3 घ 4 क 5 क
अब रोबोट को दें अपना चेहरा, मिलेंगे 92 लाख
लंदन की टेक कंपनी जियोमीक को रोबोट के लिए इंसानी चेहरे की तलाश है। कंपनी इसके लिए इंसान को 92 लाख रुपए देने को तैयार है। शर्त है कि चेहरा दयालु और फ्रेंडली दिखना चाहिए। इंसान का चयन होने के बाद कंपनी चेहरे के लिए बाकायदा एग्रीमेंट कराएगी और रकम अदा करेगी। कंपनी ऐसा रोबोट बना रही है, जो बिल्कुल इंसान जैसे दिखाई देगा। कंपनी के मुताबिक, रोबोट का नाम वर्चुअल फ्रेंड होगा। रोबोट का निर्माण अगले साल शुरू होगा। वर्तमान में रोबोट निर्माण की योजना कहां तक पहुंची है, इस बारे में कंपनी ने कोई जानकारी नहीं दी है। हालांकि, यह जरूर साफ किया है कि जिस शख्स ने अपना चेहरा बेचा है, उसे हमने निजी रूप से पैसा दिया है। इस शख्स ने चीन में निवेश भी किया है। कंपनी का कहना है, हम जानते हैं यह एक बेहद अलग तरह का डिमांड है, जो खासतौर पर अलग दिखने वाले इंसान के लिए है। किसी भी व्यक्ति के लिए अपने चेहरे का लाइसेंस एग्रीमेंट करवाना एक बड़ा फैसला है। मॉडल तैयार होने के बाद करार कर चुके इंसान का हू-ब-हू चेहरा रोबोट पर तैयार करके लगाया जाएगा। वह एक आम रोबोट की तरह नहीं दिखेगा।
नई नियुक्ति
क्रिस्टीन लेगार्डे संभालेंगे ईसीबी चीफ का पदभार
आने वाले यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा कि चीन के साथ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्यापार युद्ध ने वैश्विक आर्थिक विकास को गति दी है, और वह उस बोझ को उठा सकते हैं। मुझे लगता है कि राष्ट्रपति ट्रम्प के पास सबसे बड़ी कुंजी है, जो कि पूर्वानुभव और व्यापार की शर्तों की निश्चितता के संबंध में है। लैगार्ड ने बताया कि नेटवर्क द्वारा अग्रिम में प्रदान की गई उसकी टिप्पणी की एक प्रतिलेख के अनुसार है। यह पूछे जाने पर कि क्या व्यापार युद्ध वैश्विक अर्थव्यवस्था को गलत दिशा में ले जा सकता है, लैगार्ड ने कहा, यह निश्चित रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था को एक बड़ा बाल कटवाने वाला है। उन्होंने कहा कि अगर आप मुंडन करवाते हैं, तो आप जानते हैं, लगभग प्रतिशत वृद्धि का मतलब है कि कम निवेश, कम नौकरियां, अधिक बेरोजगारी, कम विकास।
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