ढालपुर पहुंचे देवता लोमस ऋषि

दशहरा उत्सव से एक दिन पहले बंजार घाटी में काफी संख्या में पहुंचे देवी-देवता

कुल्लू –विश्व के सबसे बड़े देव समागम यानी अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की शोभा बढ़ाने के लिए देवी-देवताओं का आवागमन उत्सव से एक दिन पूर्व ही शुरू हो गया। सोमवार को दशहरा उत्सव से एक दिन पहले बंजार घाटी के देवता लोमस ऋषि सबसे पहले विराजमान हुए। इसके बाद बंजार घाटी के देवता मार्कंडेय ऋषि पहुंचे। दोनों देवता जैसे ही ढालपुर स्थित अपने अस्थायी शिविर में पहुंचे वाद्य यंत्रों की धुनों के साथ पहुंचे तो रौनक आई। दोनों देवताओं का ढालपुर स्थित अस्थायी शिविरों के पास भव्य देव मिलन हुआ। वहीं, काफी संख्या में सोमवार देर शाम तक देवी-देवता अठारह करडू की सौह ढालपुर में पहुंच गए है। माता का विभिन्न जगहों पर लोगों ने भव्य स्वागत किया। माता मंगलवार को रघुनाथपुर पहुंचेगी और इसके बाद भगवान रघुनाथ रघुनाथपुर से ढालपुर के लिए रवाना होंगे। बता दें कि ऐतिहासिक ढालपुर मैदान अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव के लिए दुल्हन की तरह सज गया है। यहां दुकानें भी सज गई हैं।