दिवाली… ड्राइफ्रूट-बिस्कुट के लिए मारामारी

ऊना में मिट्टी के दीपक-मोमबत्ती-पटाखे और लाइट्स बनीं पहली पंसद, लोगाें ने जमकर की खरीददारी

अंब –दिवाली का त्योहार रूठे हुए को मनाने व संबंध बढ़ाने के साथ-साथ लाखों लोगों को रोजगार मुहैया करवाने के रूप में जाना जाता है। दिवाली के एक सप्ताह पूर्व ही लोग एक-दूसरे को मिठाई, ड्राइफ्रूट व विभिन प्रकार के तोहफे देकर अपनी प्रेम भावना दर्शा कर अपने संबंधों को निपुण करना शुरू कर देते है। इसके साथ-साथ इस त्योहार का महत्त्व सफाई व्यवस्था से भी जुड़ा हुआ है। वहीं, लोगों का  अपनी खरीददारी में ज्यादातर रुझान मिठाई के बजाय, बिस्कुट, ड्राइफ्रूट, मुरब्बा, खिलौने व तोहफे देने में ज्यादा दिखाई दे रहा है। परिणामस्वरूप लोगों की भीड़ मिठाई की दुकानों में कम अथवा खिलौने, बिजली बेकरी व ड्राइफ्रूट की दुकानों में ज्यादा देखने को मिल रही है। अपने दोस्तों, सगे संबंधियों को लोग घर-घर जाकर उक्त चीजों को बांट कर अपने प्रेमसंबंधों को बढ़ाबा दे रहे है। मिट्टी के दीपक, मोमबत्ती, के साथ साथ लोग हल्के पटाखे जैसे फुलझड़ी, अनार, चकरी, सहित छोटे पटाखें लोगों के पंसदीदा चीजे बनती जा रही है। पिछले दो तीन दिनों से अंब, मुबारिकपुर में आने वाली बसों, ट्रेन में लोगों की भीड़ पहले की अपेक्षा दोगुनी हो गई है। दिवाली को लेकर अंब, मुबारिकपुर, मैड़ी, नैहरियां, नंदपुर, आदि स्थानों पर  लोगों की चहल पहल देखते ही बन रही है।