नगर निगम की बैठक में हंगामा

चंडीगढ़ में निगम के कमिश्नर केके यादव ने किया मीटिंग का बहिष्कार, पार्षदों ने बुलाई मीटिंग

चंडीगढ़, मनीमाजरा –नगर निगम की सदन बैठक में जमकर हंगामा देखने को मिला। इस दौरान निगम कमिश्नर केके यादव ने सदन की बैठक का बहिष्कार कर दिया।  इससे पहले कमिश्नर केके यादव की भाजपा पार्षद अनिल दुबे के साथ जमकर बहस हुई। अनिल दुबे ने कमिश्नर को कहा कि वह एक बार परीक्षा पास कर आईएएस बन जाते हैं, लेकिन उन्हें हर पांच साल बाद चुनाव की परीक्षा पास करनी पड़ती है। भाजपा पार्षद अनिल दुबे ने कहा कि हर बुधवार और गुरुवार को अधिकारियों का फील्ड में जाना तय हुआ था, लेकिन अधिकारी नहीं जा रहे हैं। वहीं कमिश्नर के बहिष्कार करने के बाद सभी अधिकारी सदन की बैठक छोड़कर चले गए। कमिश्नर केके यादव ने मेयर राजेश कालिया से कहा कि पार्षद अनिल दुबे नगर निगम की मर्यादा में काम करें। उन्होंने यह भी कहा कि दुबे उन पर कटाक्ष कर रहे हैं। कमिश्नर के बहिष्कार करने पर सदन की बैठक बीच में ही खत्म हो गई। बैठक समाप्त होने के बाद सभी पार्षदों ने नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ  मीटिंग बुला ली है।

पहले से बन रहे थे आसार

नगर निगम की सदन बैठक में हंगामा होने की उम्मीद पहले से ही थी, क्योंकि पार्षद शहर की सड़कों की हालत काफी खस्ता होने पर अधिकारियों को घेरना चाहते थे। वहीं, बैठक में 24 घंटे पानी की सप्लाई शुरू करने के प्रोजेक्ट के लिए फ्रांस सरकार से लिए जाने वाले लोन की राशि वापस लौटाने के प्रस्ताव पर फैसला लिया जाना था। सदन को यह तय करना था कि यह राशि स्मार्ट सिटी लौटाएगी या नगर निगम। दोनों में से कोई भी फैसला होता, तो लोन लौटाने के लिए चंडीगढ़ में पानी के रेट बढ़ाने का फैसला लिया जाना था, हालांकि बैठक रद्द होने से अब यह मामला भी अधर में लटक गया है।