नयनादेवी भेजे बीएमओ बड़सर

अस्पताल में इंजेक्शन से बच्ची की मौत के बाद प्रशासन की कार्रवाई

बिझड़ी – बड़सर अस्पताल में बच्ची की मौत के मामले में प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए बीएमओ का तबादला नयनादेवी कर दिया है। उधर, स मामले को लेकर गुरुवार को सीएमओ हमीरपुर डा. अर्चना सोनी एएडीसी हमीरपुर रतन गौतम, एमओ एच डा. संजय गुप्ता जांच के लिए बड़सर अस्पताल पहुंचे। जांच करने के बाद पाया गया कि इसी तरह का इंजेक्शन अन्य 11 मरीजों को भी उसी समय लगाया गया था, लेकिन तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें शीघ्र ही रिकवर किया गया, जो अब पूरी तरह  स्वस्थ बताए जा रहे हैं । इनमें  से तीन मरीज अभी भी अस्पताल में दाखिल हैं। हालांकि उनकी स्थिति खतरे से बाहर बताई गई है। हालांकि इंजेक्शन की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह साफ हो पाएगी। अगर इंजेक्शन में गड़बड़ पाई जाती है तो इसे बनाने वाली कंपनी के ऊपर गाज गिरना तय माना जा रहा है। जांच अधिकारियों ने बच्ची की मौत पर दुख प्रकट करते हुए परिवार वालों  को  दुख की घड़ी से उबरने की भगवान से प्रार्थना की है और उन्हें अस्पताल के साथ सहयोग करने की अपील की है। आठ वर्षीय वर्षा ठाकुर की मौत के बाद उसके पिता राजेश कुमार ने बच्ची का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया। गुरुवार को बटारली में बच्ची को दफना दिया गया। उधर, जिस तरह से बच्चे की मौत के बाद हास्पिटल पर पत्थरबाजी की गई व डाक्टरों के विरुद्ध नारेबाजी की गई, इसको देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से अस्पताल के सभी डाक्टरों व अन्य स्टाफ ने सरकार व पुलिस से उनकी सुरक्षा के लिए मांग की है। हालांकि बच्ची की मौत के लिए परिजन अस्पताल प्रबंधन को ही जिम्मेदार बताते हुए बुधवार रात तीन बजे तक धरने पर बैठे रहे। इस दौरान वे चिकित्सकों के तबादले की मांग को लेकर अड़े रहे। सुबह लगभग 3ः30 बजे पर विधायक लखनपाल के आश्वासन पर परिजन घर जाने को राजी हुए। हालांकि उनका साफ कहना था कि अगर बीएमओ का तबादला बड़सर से नहीं किया जाता है तो वे फिर धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। हालांकि गुरुवार को दिन भर जांच टीम अस्पताल परिसर में मौजूद रही, लेकिन तबादले की सूचना देर शाम मिल पाई है। सूचना के अनुसार बीएमओ बड़सर का तबादला नयनादेवी कर दिया गया है। सीएमओ डा. अर्चना सोनी का कहना है कि उन्हें पीडि़त परिवार से संवेदना है। इंजेक्शन की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा है कि अस्पताल परिसर में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बीएमओ के तबादले के बारे में उनका कहना था कि उन्होंने अभी ऑर्डर नहीं पढ़े हैं। इसलिए इस बारे में उन्होंने कोई कमेंट करने से मना कर दिया। उधर, विधायक लखनपाल का कहना है कि धरने के दौरान परिजनों को चिकित्सक के तबादले का आश्वासन दिया गया था। इस बारे में सीएम से बात कर की गई थी। अब बताया जा रहा है कि बीएमओ की ट्रांसफर कर दी गई है।