नाटक से बताई बढ़ती महंगाई की मार

शिमला – शिमला के ओपन थियेटर में शनिवार को केबीडीएस रंगमंच भाषा कला अकादमी के तत्त्वावधान में नाटक हेरा-फे री का मंचन किया गया। इस नाटक का निर्देशन संस्था प्रमुख धिरेंद्र सिंह रावत द्वारा किया गया है। दारियो को द्वारा रचित इस नाटक में कीमतों की बढ़ोतरी किए जाने व बढ़ती महंगाई के ऊपर व्यंग किया गया है। केबीडीएस रंगमंच  के कलाकारों ने अपनी अदाकारी से दर्शकों की खूब प्रशंसा की गई। साथ ही नाटक के माध्यम से आम लोगों पर आज के दौर में महंगाई का मार का असर दिखाया गया है। किस तरह से आम लोगों को महंगाई से गुजरना पड़ता है यह दिखाया गया है। यह एक हास्य नाटक है इस नाटक में अभिनय संस्था से जुड़े कलाकारों ने किया है। इस नाटक में मुख्य भूमिकाएं तनुप्रिया, धिरेंद्र सिंह रावत, अधिराज शर्मा योगराज मुस्कान रावत, नवनीत और सोमी शर्मा ने किया है। वहीं इस नाटक की कहानी की बात करें, तो एक कहानी एक प्रिटिंग प्रेस मजदूर और उसकी पत्नी हर्षा की है। इस नाटक में बड़ती महंगाई को लेकर लोग लूट मार मचा देते हैं। हर्षा भी कुछ सामान चुरा लेती है, जिसमें से कुछ सामान अपनी सहेली माला को दे देती है। चोरी को अपने पति अक्षय जो की एक ईमानदार मजदूर है  और पुलिस से बचने के लिए माला के गर्भवती होने का नाटक करती है। पुलिस के डर से दोनों अस्पताल चली जाती है। हालातों से हारकर अक्षय भी चोरी का रास्ता अपना लेता है। माला का पति जो कि अपनी पत्नि के अचानक गर्भवती होने कर खबर से और नौकरी जाने की वजह से परेशान होता है वो भी अक्षय को इस चोरी करने के लिए प्रेरित करता है। इस बीच पुलिस उनका पर्दाफाश करने में जुटी हुई होती है। नाटक के अतं में चारों अपने गिले शिकवें भूलाकर मिला जुलकर रहने लगते है। नाटक के निर्देशक धिर्रेद्र रावत का कहना है कि ये नाटक महान नाटककार दारियों को द्वारा लिखा गया है, जिसका हिंदी अनुवाद अमित श्रिवास्तव ने किया है। धिरेंद्र सिंह ने सरकार से आग्रह किया है कि हिमाचल एवं शिमला में बढ़ावा मिलना चाहिए। यहां पर बहुत से ऐसे  कलाकार है, जो रंगमंच से जुड़नस चाहते है। ऐतिहासिक गेयटी थियेटर शिमला में होने के बावजूद भी यहां के कलाकारों को सही सहायता नहीं मिल पा रही है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि वह कलाकारों को एक मंच प्रदान करें साथ ही कलाकारों की हर संभव सहयोग करें, जिससे हिमाचल प्रदेश का नाम न केवल हिमाचल बल्कि देश में भी रोशन हो सकें।