पांवटा में आठ फुट धंसा एनएच

कच्चीढांग में भू-स्खलन से आवाजाही बंद, वैकल्पिक रोड की तलाश

पांवटा साहिब –बद्रीपुर-गुम्मा नेशनल हाई-वे-707 सतौन के समीप कच्चीढांग के पास करीब आठ फुट धंस गया है, जिससे रविवार को पूरे दिन वाहनों की आवाजाही बंद रही। साफ मौसम में रविवार सुबह अचानक धंसी सड़क और लैंड स्लाइडिंग से लोग सकते में आ गए। अब एनएच प्राधिकरण यातायात के विकल्प तलाशने में जुट गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार दोपहर तक वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था कर दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह करीब आठ बजे सतौन के पास कच्चीढांग में एनएच पर अचानक दरारें आ गईं, जिससे गाडि़यों का आवागमन रोक दिया गया। गनीमत रही कि इस व्यस्त एनएच पर घटना के समय कोई वाहन नहीं चल रहा था। दोपहर होते-होते ये दरारें गहरी होती गईं और नीचे नदी की तरफ से भू-स्खलन और ऊपर की तरफ से लैंड स्लाइडिंग होने से सड़क धंसना शुरू हो गई। शाम तक सड़क करीब आठ फुट तक धंस गई थी, जिससे सड़क का करीब 150 मीटर दायरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इतनाप ही नहीं, ऊपर की तरफ से लगातार पत्थर आने के कारण एनएच प्राधिकरण सड़क बहाली के कार्य भी नहीं कर पा रहा है, जिस कारण दोनों तरफ लगी वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। वहीं, हजारों यात्री पैदल ही नदी के रास्ते अपने गंतव्य की ओर जा रहे हैं। उधर, एनएच विभाग ने वैकल्पिक तौर पर दोनों ओर से नीचे गिरि नदी की तरफ सड़क बनानी शुरू कर दी है, वहीं सतौन-मालगी रोड पर भी मशीनें काम कर रही हैं हैं। जानकारों की मानें तो वर्ष 2000 में भी इसी स्थान पर सड़क धंस गई थी और तीन दिन यातायात बंद रहा था। अब फिर से उसी स्थान पर सड़क धंसी है। सूचना के बाद विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। हालांकि एनएच प्राधिकरण विकल्प तलाशने में जुट गया है और दोनों तरफ से गिरि नदी की तरफ सड़क बनाने का प्रयास भी किया जा रहा है, लेकिन इसमें लंबा समय लग सकता है। उधर, इस बारे में एनएच मंडल नाहन के अधिशाषी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि सभी विकल्प तलाशे जा रहे हैं। फिलहाल गिरि नदी की ओर सड़क बनाई जा रही, वहीं दूसरा विकल्प सतौन से मालगी रोड तलाशा गया है। वहां पर भी मशीनें लगा दी गई हैं। उम्मीद की जा रही है कि सोमवार दोपहर तक वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था कर दी जाएगी।

पांवटा-दून से कटा गिरिपार क्षेत्र

एनएच के बंद होने से गिरिपार के शिलाई विधानसभा क्षेत्र का आधा एरिया पांवटा-दून से पूरी तरह कट गया है। वहीं, कफोटा तक के लोगों के लिए मस्तभौज होते हुए उत्तराखंड के विकासनगर से एक एनएच विकल्प के तौर पर है, लेकिन कमरऊ से लेकर कठवाड़ तक की दर्जनों पंचायतों के लोगों का पांवटा साहिब आने का एकमात्र सुगम रास्ता इसी एनएच से है। ऐसे में उन्हें कफोटा होते हुए बाया उत्तराखंड पांवटा आना पड़ेगा। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि अभी त्योहारी सीजन है और क्षेत्र के लोग खरीददारी के लिए पांवटा साहिब आते हैं। इसलिए यदि एनएच जल्द बहाल नहीं हुआ तो उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी।