प्रधान की सस्पेंशन पर सियासी रंग

By: Oct 17th, 2019 12:20 am

चम्यावल के प्रधान अनियमितताओं के चलते हुए हैं पद्च्युत, सत्ता पक्ष के कई नेता नाखुश

सोलन –जिला की चम्यावल के प्रधान को कथित अनियमितताओं के चलते पद्च्युत करने का मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है। अर्की तहसील की ग्राम पंचायत चम्यावल के प्रधान को उपायुक्त सोलन द्वारा दो दिन पूर्व उनके पद से रिमूव कर दिया गया है। उन पर गांव की ही एक सड़क व अन्य कई कार्यों में बरती गई अनियमितताओं पर गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट आने पर यह कार्रवाई की गई है। उन्हें पद्च्युत करने के आदेश उपायुक्त सोलन केसी चमन द्वारा विभागीय पत्र संख्या 3(पंच)/2019-चम्यावल-3-2815 के तहत जारी किए गए हैं। प्रधान के खिलाफ गांव के ही कुछ लोगों ने उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सोलन को शिकायत प्रेषित की थी। उसके बाद जांच आरंभ की गई तथा प्रधान को नोटिस देने के बाद जब जिला प्रशासन को संतोष जनक जवाब नहीं मिला तो यह कार्रवाई कर दी गई।  इस मामले में सतापक्ष से ही जुड़े कई नेताओं ने इस कार्रवाई का दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर ने बयान में कहा कि चम्यावल ग्राम पंचायत की प्रत्येक ग्राम सभा में कोरम पूरा होता है तथा सभी निर्णय ग्राम सभा में होते हैं। सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि कुछ चुनिंदा लोगों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।  वहीं अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेंद्र ठाकुर ने बयान में कहा कि चम्यावल ग्राम पंचायत की प्रत्येक ग्राम सभा में कोरम पूरा होता है तथा सभी निर्णय ग्राम सभा में होते हैं। सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि कुछ चुनिंदा लोगों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।

क्या कहते हैं गोविंद राम शर्मा

अर्की निर्वाचन क्षेत्र के दो बार विधायक रहे गोविंद राम शर्मा ने कहा कि जहां तक एक सड़क के निर्माण में कोताही बरतने के आरोप हैं तो सड़क निर्माण के दौरान मौके पर मैं भी गया था। स्थानीय जनता इस दुर्गम क्षेत्र में सड़क कार्य पूरा होने से बहुत खुश थी। उनके कहने पर सांसद वीरेंद्र कश्यप भी चम्यावल आए तथा सांसद व विधायक निधि से राशि भी प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि ऐसी सख्त कार्रवाई समझ से परे है।

क्या कहते हैं पद्च्युत प्रधान परमिंद्र ठाकुर

पद्च्युत प्रधान परमिंद्र ठाकुर ने कहा कि पहली जांच में ही उन्होंने तत्कालीन अधिकारी की बजाय किसी वरिष्ठ अधिकारी को नियुक्त करने की मांग की थी किंतु फिर भी उनके समकक्ष ही अधिकारी लगा दिया गया। उन्होंने कहा कि शिकायत पर की गई जांच ही त्रुटिपुर्ण है तथा अब वह माननीय उच्च न्यायालय की  शरण लेंगे।

 


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App