फतेहपुर में खोला जाए गर्ल्ज कालेज

लड़कियों को हो रही परेशानी, दूरी ज्यादा होने से छूट रही पढ़ाई

जवाली –वैसे तो उपमंडल फतेहपुर में दो-दो सरकारी कालेज हैं लेकिन दोनों कालेज उपमंडल के सीमावर्ती क्षेत्रों में होने के चलते बाकी क्षेत्रों के बच्चों को स्कूल के बाद की पढ़ाई जारी रखने में काफी दूरी तय करने के साथ-साथ काफी परेशानी भी झेलनी पड़ रही है। ज्यादातर परेशानी लड़कियों को उठानी पड़ती है। तभी तो उपमंडल की ज्यादातर पंचायतों की बच्चियां स्कूल के बाद की पढ़ाई से वंचित रह जाती है। जिस कारण लड़कियों की पढ़ाई दस जमा दो कक्षा के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती। बता दें उपमंडल फतेहपुर में दो सरकारी कालेज तो हैं लेकिन दोनों कालेज उपमंडल की सीमाओं पर संचालित हैं। जिस कारण उपमंडल मुख्यालय की समीपवर्ती करीब 20 पंचायतों के बच्चों को लंबी दूरी तय कर कालेज पहुंचना पड़ता है। पंचायत खटियाड़, पोलियां, बाड़ी, हडवाल, धमेटा, जगनोली, सिहाल, लोहारा, हाड़ा, फतेहपुर, भाटियां, सुनहारा, नंगल, नंगाल, लुठियाल, दियाना, बगड़ोली, हटली, कुटबासी, सुनेट, बरोट, लरनुह, जखाड़ा, टकोली घिरथां, ठेहड़ आदि के पंचायत प्रतिनिधियों व अभिभावकों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व उनकी समस्त टीम से उमंडल मुख्यालय फतेहपुर में गर्ल्ज कालेज खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त पंचायतों के मध्य स्थित फतेहपुर में गर्ल्ज कालेज खुलने से उपरोक्त पंचायतों की बच्चियों को दस जमा दो से आगे पढ़ाई करने का अवसर मिल जाएगा। उपमंडल के तहत बजीर राम सिंह मेमोरियल डिग्री कालेज बस ठहराव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूरी पर स्थित है जहां पैदल ही पहुंचना पड़ता है। वही दूसरा कालेज उपमंडल के दूसरे छोर रे में होने के चलते उपरोक्त पंचायतों के बच्चों व बच्चियों का वहां पहुंचना नामुमकिन हो जाता है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि बच्चियों को घर-द्वार पर शिक्षा देते हुए उपमंडल मुख्यालय फतेहपुर में गर्ल्ज कालेज खोला जाए।