फोरलेन की कटिंग से घरों में दरारें

कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर सनवारा के समीप धंसने लगी जमीन, प्रशासन एक भवन को किया अनसेफ घोषित

धर्मपुर –कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर सनवारा के समीप की गई फोरलेन की कटिंग घरों पर भारी पड़ गई है। आलम यह है कि कटिंग के कारण मिट्टी धंसने से घर में दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। इसी के साथ गांव में दर्जनों लोगों के घरों में भी संकट के काले बादल मंडरा रहे हंै। हालांकि एक भवन में दरारंे आने के बाद असुरक्षित घोषित किया है और प्रशासन ने वहां न जाने की हिदायत दी है। जानकारी के अनुसार सनवारा के नंदे का थड़ा गांव में पहाड़ी पर चलाए गए पीले पंजे के बाद लगातार भू-स्खलन हो रहा था। लगातार हुए भू-स्खलन के बाद खेतों में दरारंे पड़ी, उसके पश्चात इन बरसात के दिनों में गोशाला डैमेज हुई है। इसके अलावा भू-स्खलन के बाद से पूरे गांव में खतरा मंडराया हुआ है। जबकि पिछले दिनों एक व्यक्ति के घर में दरारंे आने के बाद घर को खाली करवा दिया है। बताया जा रहा है कि यहां पर पिछले एक वर्ष से भू-स्खलन की स्थिति बनी हुई है और लोगों ने इस बारे प्रशासन को अवगत करवाया है। गौरतलब हो कि कालका-शिमला नेशनल हाई-वे पांच पर परवाणू से सोलन (चंबाघाट) तक फोरलेन का कार्य तेजी से चला हुआ है और फोरलेन निर्माता कंपनी द्वारा पहाड़ों पर पीला पंजा चलाया हुआ है लेकिन पहाड़ों पर चलाया गया पीला पंजा लोगों पर भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। पहाड़ों को काटने के बाद कई मकानों में दरारंे पड़ी है और दर्जनों रास्ते बंद हुए है। नंदे का थड़ा गांव के शोंक राम, लेख राम, मोहन सिंह व अनिल कुमार ने बताया कि फोरलेन की कटिंग के बाद वह डर के साये में जी रहे है। बरसातों में भू-स्खलन के बाद अधिक परेशानी झेलनी पड़ी हैं। पहले घरों को जाने वाले रास्ते को नुकसान पहुंचा तो उसके बाद खेतों में दरारें पड़नी शुरू हो गई। बरसातों के बाद गांव में एक घर में दरारंे पड़ गई है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द उन्हें मुआवजा  दिलवाया जाए और कंपनी द्वारा सड़क से पुनः डंगा लगवाया जाए ताकि अन्य मकानों में दरारें न आ सकें।