बागबानों के पैसे न देने वाले आढ़ती नपेंगे

शिमला में पुलिस एसआईटी ने पांच स्थानीय आढ़तियों से की पूछताछ, चार लदानी न्यायिक हिरासत में

शिमला -बागबानों से ठगी करने वाले पांच स्थानीय आढ़तियों और लदानियों से पुलिस एसआईटी ने सोमवार को लंबी पूछताछ की। कोटखाई और नारकंडा से संबंध रखने वाले इन आढ़तियों ने बागबानों से सेब खरीदे, लेकिन पैसे नहीं दिए। इनमें कुछ ऐसे भी आढ़ती हैं जिन्होंने कुछ राशि जमा करवाई और कुछ लंबित है। बागबानों को राहत दिलाने के लिए पुलिस एसआईटी ने सोमवार को पांच आढ़तियों से शिमला तलब कर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई है कि कुछ आढ़तियों ने पैसे जमा करवा दिए, मगर पुलिस उसकी पूरी जांच कर रही है। इसमें संबंधित बागबानों से भी क्रॉस पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान पुलिस ने आढ़तियों और लदानियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि समय पर पैसे जमा करो, अन्यथा जेल जाने को भी तैयार रहो। गौरतलब है कि दिल्ली, चंडीगढ़ और शिमला के ये ऐसे आढ़ती हैं, जिन्होंने ऊपरी शिमला और किन्नौर के कुछ बागबानों से पिछले साल सेब खरीदने के  बावजूद लाखों की राशि बागबानों को नहीं दी। हालांकि इस मामले में पिछले महीने से पुलिस एसआईटी की ओर से कार्रवाई जारी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस एसआईटी ने अब तक 28 से अधिक आढ़तियों से पूछताछ कर चुकी है, जिसमें सात आढ़तियों को अब तक गिरफ्तार किया गया। पुलिस बार-बार इन आढ़तियों को चेतावनी दे रही है कि बागबानों के पैसे जमा करो, अन्यथा जेल जाने को भी तैयार रहो। शिमला सहित बाहरी राज्यों के आढ़तियों ने पिछले साल बागबानों के दो करोड़ 15 लाख 75 हजार रुपए डकारे हैं। ऐसे आढ़तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पुलिस की एसआईटी इन दिनों कार्रवाई कर रही है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पुलिस एसआईटी ने विभिन्न न्यायालयों द्वारा 30 कमीशन एजेंटों को दोषी करार दिया है, जिसमें से तीन को गिरफ्तार कर दिया गया है। प्रदेश सरकार ने इन आढ़तियों को 31 मार्च से पहले बागबानों के पैसे जमा करने के लिए अल्टीमेटम जारी कर दिया था, लेकिन आदेशों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ अब कार्रवाई की जा रही है।