मनरेगा ने मंडी में बनाया देश का सबसे लंबा पुल

गोहर ब्लॉक की शाला पंचायत में सिर्फ चार महीने में बनाया 86 मीटर लंबा ब्रिज

गोहर – गोहर विकास खंड के अंतर्गत शाला पंचायत ने मनरेगा के तहत ज्यूणी खड्ड पर देश भर में सबसे लंबा पुल तैयार करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 86 मीटर लंबे वाहन योग्य इस पुल के निर्माण कार्य पर मनरेगा के तहत 30 लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। शाला पंचायत ने इस पुल को मात्र चार महीने के अंतराल में तैयार करके हिमाचल प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश भर में नाम कमाया है। खंड विकास अधिकारी गोहर निशांत शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश मे ग्रामीण विकास विभाग द्वारा निर्मित यह पुल देश भर में मनरेगा के तहत निर्मित किए गए सबसे लंबे वाहन योग्य पुलों में से एक है। इसका निर्माण क्षेत्र की ज्यूणी खड्ड पर  होने से इसका नाम ‘ज्यूणी सेतु’ रखा गया है। श्री शर्मा का कहना है कि इस पुल की भार उठाने की क्षमता 30 टन तक की है। उल्लेखनीय है कि इस पुल के तैयार होने से अब संदोआ, बखरोट, तांदी व ज्योग जैसे गांव के करीब एक हजार लोगों को समीपवर्ती मुख्य सड़क से जुड़ने का लाभ मिला है। इससे ग्रामीणो की आर्थिक तथा स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ेगा। श्री शर्मा का कहना है कि शाला पंचायत में मनरेगा के तहत करीब 12 किलोमीटर लंबे श्रीदेव कमरूनाग मंदिर मार्ग पर टायरिंग का कार्य किया जा रहा है। शाला पंचायत इस वित्त वर्ष में मनरेगा के तहत अभी तक दो करोड़ से अधिक की राशि व्यय कर चुकी है। सनद रहे गोहर विकास खंड की मुरहाग पंचायत प्रदेश की पहली मनरेगा मॉडल पंचायत के नाम से उभरी है। इसके बाद इसी विकास खंड के अंतर्गत शाला पंचायत में मनरेगा के तहत 30 टन भार उठाने की क्षमता वाला 86 मीटर लंबा पुल तैयार करके देश भर में नया मुकाम अर्जित किया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने पुल निर्माण का श्रेय पंचायत प्रतिनिधियों व यहां तैनात तकनीकी व अन्य कर्मचारियों को दिया है।