रिकांगपिओ में दिखी किन्नौर की संस्कृति

By: Oct 15th, 2019 12:20 am

रिकांगपिओ –सोमवार को लोक सांस्कृतिक धरोहर कला मंच किन्नौर ने रिकांगपिओ के रामलीला मैदान ने महासम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में किन्नौर के कई  पुराने व नए कलाकारों के साथ शहनाई वादकए मूर्तिकार को एक मंच में लाकर एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्त्रम का भी आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्देश्य किन्नौर में लुप्त हो रही किन्नौरी संस्कृतिएवेशभूषा, किन्नौरी पारंपरिक धरोहर को बचाने व पुराने कलाकारों व नए उभरते कलाकारों के मध्य सामंजस स्थापित कर किन्नौरी पारंपरिक लोक गीतों को संजोए रखना है। महासम्मेलन के मुख्यअतिथि उपायुक्त किन्नौर गोपाल चंद थे। जबकि एसडीएम कल्पा मेजर डॉक्टर अवनींद्र शर्मा व जिला लोकसंपर्क अधिकारी नरेंद्र शर्मा बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। मंच के अध्यक्ष रघुवीर नेगी ने सभी अतिथियों का किन्नौरी टोपी व स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया।  उपायुक्त किन्नौर ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुरुआत किया। इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि किन्नौरी संस्कृति की अपनी एक अलग पहचान है। अपनी संस्कृति को बचाए रखना सब का दायित्व है। उपायुक्त ने कलाकारोंए शिल्पकरोंएमूर्तिकारों व अपने फील्ड में महारथ रहेएमहानुभाव को एक मंच पर लाकर सम्मानित करने के लिए सांस्कृतिक धरोहर कला मंच के आयोजकों को बधाई दी। सर्व प्रथम किन्नौरी वाद्य यंत्र कल्पा ने अपनी प्रस्तुति दी। ततपश्चात लोक सांस्कृतिक कला मंच किन्नौर के दल ने किन्नौरी स्वागत गाना पेश किया। किन्नौर के मशहूर कलाकार केदार नेगी ने पारंपरिक किन्नौरी गीत पेश कर पंडाल में बैठे लोगों का दिल जीत किया। उस के बाद गुरवचन नेगीएभाग देवीएबबिता ने भी अपनी प्रस्तुति दी। चगांवए मीरु गांव के महिला मंडल ने भी किन्नौरी वेश भूषा में किन्नौरी लोक नृत्य पेश किया। एक दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में किन्नौर के कलाकारों के साथ देश व विदेशों में अपना कार्यक्रम दे चुके  शहनाई वादक, ढोल वादक, शिल्पकार, शहनाई वादक एवं मूर्तिकार को भी लोक सांस्कृतिक धरोहर मंच ने सम्मानित किया। इस अवसर पर लोक सांस्कृतिक धरोहर कला मंच के सभी पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।


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