वित्त मंत्री से मिलेंगे नगर निगम मेयर

By: Oct 21st, 2019 12:02 am

आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के चलते लिया फैसला, गृहमंत्री को भी भेजी चिट्ठी

चंडीगढ़ –इस समय नगर निगम के पास वित्तीय संकट गर्माया हुआ है। ऐसे में यह कहा जाए कि एमसी दिवालिया के कगार पर है तो गलत नहीं होगा। क्योंकि फंड न होने के कारण कोई भी नया काम शुरू नहीं किया जा रहा है। ऐसे में मेयर राजेश कालिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से पत्र लिखकर मिलने का समय मांग लिया है। मेयर का दावा है कि वह नगर निगम के सभी पार्षदों को लेकर शाह और सीतारमण के पास जाएंगे और दिल्ली फाइनेंस कमीशन की चौथी सिफारिश के अनुसर चंडीगढ़ के लिए ग्रांट मांगेंगे। जबकि मेयर पंजाब के गवर्नर एवं प्रशासक वीपी सिंह बदनौर के समक्ष नगर निगम की वित्तीय हालत खस्ता होने का मामला कई बार उठा चुके हैं। सांसद किरण खेर को भी पता है कि एमसी की फाइनेंशियल स्थिति ठीक नहीं है। इसी कारण शहर की गड्ढों वाली सड़कों पर लोगों को मजबूर होकर गुजरना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन के अधिकारियों ने शहर की इस पीड़ा पर पूरी तरह से चुप्पी साधी हुई है। मेयर राजेश कालिया शुक्त्रवार को भी अतिरिक्त फंड की मांग लेकर गवर्नर हाउस गए थे।

विपक्ष ने घेरे राजेश कालिया

निगम के मेयर ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलने का समय मांगा है। उम्मीद है कि हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव के बाद समय मिल जाएगा। देवेंद्र सिंह बबला, कांग्रेस पार्षद ने कहा कि जब से नगर निगम में भाजपा का कब्जा हुआ है तब से नगर निगम में वित्तीय संकट छाया है। जबकि इस संकट का हवाला देकर कई नए तरह के टैक्स शहरवासियों पर थोप दिए गए हैं।

सिर्फ  55 करोड़ रुपए का फंड बचा

कमिश्नर केके यादव ने सभी कामों पर रोक लगा दी है। कोई नए काम के लिए न तो टेंडर अलॉट किया जा रहा है और न ही निकाला जा रहा है। नगर निगम के पास इस समय 50 से 55 करोड़ रुपए का फंड बचा है। जिससे नगर निगम दिसंबर का वेतन कर्मचारियों को मुश्किल से ही दे पाएगा। नगर निगम का हर माह 35 करोड़ रुपए का भुगतान वेतन और पेंशन में ही जाता है। इस समय शहर के पब्लिक टॉयलेट्स की हालत भी फंड न होने के कारण सुधर नहीं पा रही है।


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