शिमला नहीं, कुल्लू में मॉडल कैरियर सेंटर

कुल्लू – प्रदेश का दूसरा मॉडल कैरियर सेंटर कुल्लू में खुलेगा, जो भारत सरकार से अपू्रव्ड हो चुका है और तैयारियां अंतिम दौर में पहुंच चुकी है । शिमला के बजाय अब कुल्लू में सेंटर बनाने की योजना पर मुहर लग गई है। मॉडल कैरियर सेंटर खुलने से यहां के युवाओं को भविष्य संवारने का अपने घर-द्वार में ही मौका मिलेगा। सेंटर में नौवीं से लेकर कालेज तक के बच्चों को काउंसिलिंग का लाभ मिलेगा। सेंटर में योजना का लाभ देने के लिए काउंसलर, यंग प्रोफेशनल, आईटी लैब, साइको लैब के अलावा अन्य आधुनिक तकनीक स्थापित की जाएगी। मॉडल कैरियर सेंटर में बच्चों की बौद्धिक क्षमता को विकसित किया जाएगा। लिहाजा, भारत सरकार का पहाड़ी राज्य हिमाचल में यह दूसरा मॉडल कैरियर सेंटर होगा। इससे पहले ऊना जिला को सेंटर दिया है। जिला रोजगार कार्यालय में यह सेंटर स्थापित किया जाएगा और रोजगार कार्यालय की तस्वीर को हाईटेक में कन्वर्ट किए जाने की योजना तैयार की गई है। इस एमसीसी पर भारत सरकार खर्च करेगी। जानकारी के अनुसार सेंटर में न केवल नौकरी के रास्ते बताए जाएंगे, बल्कि आगे की पढ़ाई और कैरियर के चुनाव में भी युवाओं की सहायता की जाएगी। सेंटर में कैरियर काउंसलर के साथ ही मनोवैज्ञानिक की भी तैनाती होगी। युवाओं को शिक्षा के साथ ही उन्हें मॉडर्न बनाया जाएगा। मॉडल कैरियर काउंसिलिंग सेंटर के माध्यम से युवाओं को कैरियर चुनने की जानकारी दी जाएगी। अभी तक कुल्लू में ऐसा कोई प्लेटफार्म नहीं है, जहां युवा अपनी मन की बात कह सकें और अपने प्रश्नों का जवाब आसानी से पा सकें। केंद्र सरकार की पहल और राज्य सरकार के सहयोग से इसकी शुरुआत कुल्लू में हो रही है। लिहाजा, रोजगार कार्यालय जल्द मॉडल कैरियर सेंटर में तबदील हो जाएगा। इसके साथ-साथ मॉडल कैरियर सेंटर में जहां बेरोजगारों को अपना कैरियर संवारने के लिए दिशा निर्देश मिलेगा। वहीं ऐसे पढ़े-लेखे बेरोजगार युवकों की कौंसिलिंग भी की जाएगा, ताकि अधिक से अधिक युवा रोजगार प्राप्त कर सकें। माडल करियर सेंटर में बेरोजगारों की कौंसिलिंग के लिए कौंसिलर नियुक्त किए जाएंगे, जो बेरोजगार युवाओं को उनके करियर की बेहतरी के लिए आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराएंगे। केंद्र सरकार की योजना के तहत तैयार हो रहे मॉडल करियर सेंटर में अभ्यर्थियों और युवाओं को आईटी लैब, हेल्प डेस्क, काउंसलिंग-काउंसलर रूम, ट्रेनिंग रूम आदि की व्यवस्था होगी। सेंटर सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। अब सरकारी अथवा निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर तलाशने के लिए बेरोजगार युवाओं को साइबर कैफे या अन्य कंप्यूटर सेंटरों में नहीं जाना पड़ेगा। रोजगार कार्यालयों को माडल करियर सेंटरों में बदला जाएगा।