संस्कृति को सहेजता है कुल्लू दशहरा

कुल्लू -मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के रूप में जाना जाता है, क्योंकि राज्य के लोगों को लगभग हर अवसर और कार्यक्रम में देवताओं पर बहुतंं विश्वास था। उन्होंने कहा कि राज्य की समृद्ध संस्कृति सदियों पुराने रीति-रिवाजों और परंपराओं के संरक्षण के लिए भी लोग सराहना के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में जब पूरी दुनिया वास्तविक अर्थों में एक वैश्विक गांव बन गई है, आने वाली पीढि़यों के लिए हमारी सदियों पुरानी परंपराओं का संरक्षण और संरक्षण वास्तव में सराहनीय है। जयराम ठाकुर ने कहा कि कुल्लू दशहरा स्वदेशी समुदाय को आजीविका प्रदान करता है क्योंकि वे उन्हें अपने उत्पादों को अधिक व्यापक दर्शकों के लिए प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। कुल्लू आने वाले पर्यटकों के साथ दुनिया भर से इस सांस्कृृतिक उत्सव को देखने के लिए राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में भी यह त्योहार काफी योगदान दे रहा था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का प्रयास कुल्लू दशहरा में कुछ नवीन घटनाओं को जोड़ना था, लेकिन साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा था कि सदियों पुरानी परंपराओं को जीवित रखा जाए।