‘सज्जन राजी’ पर झूमा नालागढ़

नालागढ़ – नालागढ़ में चल रहे जिला स्तरीय रेडक्रॉस मेले की दूसरी सांस्कृतिक संध्या सूफी गायक सतिंद्र सरताज व पहाड़ी गायक दिलीप सिरमौरी के नाम रही। सूफी, पंजाबी व पहाड़ी गानों से सराबोर सांस्कृतिक संध्या में मंडलायुक्त शिमला आईएएस राजीव शर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमंडल रेडक्रॉस समिति के चेयरमैन एवं एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने की। इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य लोगों सहित भारी संख्या में लोगों ने शिरकत कर मेले का खूब आनंद उठाया। सूफी गायक सतिंद्र सरताज ने साई वे साडी फरियाद तेरे ताईं, तेरे वास्ते वे सजना पीड़ा असी हंडाईयां, सज्जन राजी हो जावे, होरां दी हिमायत जदों करने लगे, हर आदमी च होंदा है नेक इंसान, लांवा इश्क दी अंबरी उडारियां मैंनू प्यार दी चढ़ी खुमारियां, अफसाने सुण सुण के जिंदगी उलझ गई तेरी वाबों नू बुण बुण के, मेरेया चनणा चनणा दस तू कीकंड़ मनणा, मेरी हीरिये वे फकिरेये वे सोणीये, ओखे सोखे होके जदो भेजया सी मापेयां ने, बिना मांगेया सलाह नीं देणी चाही दी, हाले चंगे लगदे नी तेरे बोल आदि गीतों से सूफी व पंजाबी गीतों की झड़ी लगाकर उपस्थित लोगों को थिरकने पर मजबूर किया। पहाड़ी गायक दिलीप सिरमौरी ने क्या देखे छोरिये ऐसे गौर से, मच जाओ हुड़दंग रे, पहाड़ी छोरी नाचो जौबे नाटिये, पानी री टैंकी ओ भाईरामा, इक अधिया मंगाई जा मेरे पीने के जी बोलेरा, मौले रे मोलाईये, किंदणी चाली भागीरथिये आधड़ी राते, किंदी पाये बहुए मेरी चौकोने री आदि गीतों से खूब झड़ी लगाई। उपमंडल रेडक्रॉस समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने कहा कि तीन दिवसीय रेडक्रॉस मेले के दूसरे दिन कई गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें कवि सम्मेलन, बेबी शो सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जबकि सांस्कृतिक संध्या में पहाड़ी व सूफी पंजाबी गायकी से लोगों का खूब मनोरंजन हुआ।