सुंदरनगर में भरे मिठाइयों के सैंपल

मंडी – फेस्टिवल सीजन के लिए  फूड सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग ने कमर कस ली है। त्योहार के दौरान मिठाइयों और अन्य खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए विभाग की ओर से औचक निरीक्षण का दौर शुरू हो गया है। इस कड़ी में सुंदरनगर फूड सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर अनिल शर्मा और फूड सेफ्टी अफसर खेम सिंह ने सुंदरनगर बाजार में मिठाई की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान गुणवत्ता में संदिग्ध मिठाइयों के सैंपल भी भरे गए। औचक निरीक्षण के साथ  ही फूड सेफ्टी एंड रेगुलेशन विभाग के सहायक आयुक्त अनिल शर्मा ने मिठाइयों की गुणवत्ता और मिठाइयां बनाने वाली जगह हाईजीन का ख्याल रखने के लिए कड़ी हिदायतें भी जारी कीं। गौरतलब हो कि फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट में करीब साढ़े चार साल बाद फूड सेफ्टी अफसरों की तैनाती हुई है। ऐसे में चार दिवाली के बाद इस बार फेस्टिवल सीजन के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए सैंपल भी भरे जाएंगे। इससे पहले विभाग की ओर से इंस्पेक्शन कर ही काम चलाया जा रहा था, जबकि सैंपलिंग का कार्य मंडी जिला में पूरी तरह से ठप था। यहां बता दें कि मिठाइयां बनाते समय साफ.-सफाई और हाईजीन का ख्याल न रखने और मिलावट करने पर एक लाख रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक का जुर्माना किया जा सकता है। दिवाली तक विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर और फूड सेफ्टी अफसर जिला भर में मिठाइयों की दुकानों खाद्य पदार्थों का औचक निरीक्षण करेंगे। इस दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता जांचने के लिए सर्वे सैंपल भी लिए जाएंगे। गौरतलब हो कि फेस्टिवल सीजन के दौरान मिलावटी खोया, पनीर सहित अन्य खाद्य पदार्थों का कारोबार फलता फूलता है। ऐसे में देखना होगा कि फूड सेफ्टी अफसरों की तैनाती के बाद विभाग मिलावटखोरों पर कितनी नकेल कस पाता है।